छोटी-मोटी गलती पर थानेदार को सस्पेंड करना बंद करें: मीटिंग में सारे SP से बोले DGP आरएस भट्टी
बिहार के नए डीजीपी आरएस भट्टी ने सभी जिलों के एसपी को निर्देश देते हुए कहा है कि थानेदारों के साथ समन्वय स्थापित कर काम करें और छोटी-छोटी गलतियों पर उन्हें निलंबित करना बंद करें। उन्होंने कहा कि पुलिस लाइन में रह रहे पुलिसकर्मियों को ढंग का खाना और उनके रहने की व्यवस्था की मॉनिटरिंग भी एसपी करेंगे।
बुधवार को डीजीपी आरएस भट्टी ने राज्य के सभी जिलों के एसपी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान ये बातें कहीं। उन्होंने सारे जिलों के एसपी से सभी अपराधियों की सूची तैयार कर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया। भट्टी ने कहा कि जिस जिले के थाने में ज्यादा अपराध की घटनाएं हो रही है, उनका निरीक्षण एसपी खुद जाकर करें।
बैठक में भट्टी ने साफ कहा कि अपराधियों को दौड़ाना होगा। उन्हें चैन से नहीं बैठने देना होगा। अगर वह चैन से रहेंगे तो पुलिस चैन से नहीं रहेगी। अगर पुलिस उन्हें नहीं दौड़एगी तो अपराधी पुलिस को दौड़ाएंगे।
अपराधियों के एक्टिव गैंग को मार्क कर मूवमेंट पता रखिए
डीजीपी ने थानेदारों को ही नहीं, बल्कि एसपी समेत तमाम पुलिस अधिकारियों को साफ संदेश दिया कि अब व्यक्तिगत रूप से वह हर अपराध की जानकारी रखेंगे। हर उस थाने में जाएंगे, जहां क्राइम ज्यादा होगा। हर उस जिले में जाकर बैठक करेंगे, जहां पुलिस का इकबाल कमजोर नजर आएगा। भट्टी ने अपने तेवर के अनुसार साफ कर दिया कि आने वाले समय में जो पुलिस अधिकारी अपराधियों को लेकर लापरवाही बरतेंगे या अनुसंधान में लापरवाही करेंगे, वह उनकी नजर में रहेंगे। उन्होंने पुलिस को वर्किंग स्ट्रैटजी दी, जिसके तहत क्राइम को होने से पहले रोकना प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि अपराधियों के एक्टिव गैंग को मार्क कीजिए, अपराधियों की प्रोफाइल रखकर उनके मूवमेंट का पता रखिए। पहला लक्ष्य यही होना चाहिए कि अपराध को योजना के स्तर पर ही रोक देना है।
जबरन केस में नाम डालने की परंपरा को खत्म करना ही होगा
उन्होंने केस-केस की लड़ाई के बिहार के ट्रेंड के मद्देनजर कहा कि पुलिस को प्राथमिकी दर्ज करते समय यह ध्यान रखना होगा कि सही आरोपी का ही नाम प्राथमिकी में आए। जबरन किसी से बदला लेने के लिए प्राथमिकी में नाम डालने की कोशिश हर स्तर पर रोकनी होगी। इससे केस उलझता है और सही केस पर काम भी नहीं हो पाता है। उन्होंने कहा कि मैंने जिम्मेदारी संभालते ही जिलों में घूमने का प्लान बनाया है, जल्द ही निकलूंगा। उस समय पुलिस अधिकारियों, पुलिसकर्मियों और थानों के साथ पुलिस लाइन की भी समस्याएं देखूंगा। समाधान के रास्ते निकालूंगा। लेकिन, प्राथमिकता अपराध नियंत्रण है और उसके लिए आज जो बातें कह रहा हूं, तब भी वही कहूंगा। आज सिर्फ अपनी बात कह रहा, आऊंगा तो आपकी भी परेशानियों को समझूंगा। बस, इसका ध्यान रखना है कि रिजल्ट चाहिए।






