स्वास्थ मंत्री रहते डॉक्टरों का बुखार छोड़ा दिए थे, तेजप्रताप बोले..अब तो हमको जंगल का राजा बना दिया गया
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वन पर्यावरण विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव इन दिनों अपना पूरा ध्यान काम पर लगा रहे हैं। तेजप्रताप बड़ी संजीदगी के साथ विभाग का कामकाज देखते हैं लेकिन स्वास्थ्य मंत्री रह चुके तेज प्रताप यादव को अब भी पुराने विभाग की याद बहुत आती है। दरअसल जहानाबाद दौरे पर पहुंचे मंत्री तेज प्रताप यादव का एक बयान सामने आया है तेज प्रताप ने कहा है कि जब वे स्वास्थ्य मंत्री थे तो डॉक्टरों का बुखार छुड़ा देते थे लेकिन अब उन्हें जंगल का राजा बना दिया गया है।
देर शाम जहानाबाद के मीरा बीघा गांव में पहुंचे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र एवं पर्यावरण,वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री तेज प्रताप यादव एक श्राद्ध कार्यक्रम में शामिल हुए थे। जहां उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए खुले मंच से कहा कि जब हम स्वास्थ्य मंत्री थे तो एक-एक डॉक्टर का बुखार छुड़ा देते थे।
इस दौरान उन्होंने नौजवानों को समझाते हुए कहा कि आजकल के नौजवान जरा सी बात पर आत्महत्या कर लेते हैं। नदी में कूद जाते हैं ऐसे करने से वह कोई हनुमान नहीं बन जाएंगे। इन सब बातों को नौजवानों को ध्यान में रखना होगा। उन्होंने कहा कि जब मेरे पास स्वास्थ्य विभाग था तो पूरे डॉक्टर से लेकर तमाम चिकित्साकर्मी सजग रहते थे और लोगों का सही ढंग से इलाज होता था।
मैंने स्वास्थ्य विभाग में अधिकारियों को अपने काम के प्रति सजग रहने का निर्देश देता था। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि मुझे जो विभाग मिला है उसने हमें जंगल का राजा बना दिया है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मेरा पशु पक्षियों के प्रति प्रेम है यही कारण है कि मैंने पटना में एक मोर को मृत अवस्था में देखा तो उसकी सूचना विभाग के अधिकारियों को दी।
तेज प्रताप यादव जहानाबाद जिला मुख्यालय से सटे मीरा बीघा गांव में एक श्राद्ध कार्यक्रम में शामिल होने आए थे। उन्होंने कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव में जिस तरह से बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी हैं उसी की तर्ज पर देश में भी महागठबंधन की सरकार बनेगी। आगे की रणनीति के बारे में पूछे जाने पर तेज प्रताप ने कहा कि रणनीति का खुलासा अभी नहीं करेंगे। इस मौके पर उन्होंने युवाओं को संदेश दिया और कहा कि आप अपने मेहनत के बदौलत आगे बढ़िए। आसमान से कूद जाने से कोई हनुमान नहीं बन जाता है।