बिहार में नर-भक्षी बाघ का 7 वां शिकार बना शौच कर रहा युवक, आक्रोशित ग्रामीणों ने वन विभाग के वाहन में की तोड़फोड़
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के रघिया रेंज के डुमरी में शुक्रवार की सुबह सरेह में शौच के लिए गए एक युवक पर बाघ ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया और शव को घसीटते जंगल की ओर ले जाने लगा। ग्रामीणों के शोर मचाने पर शव छोड़कर भागा। घटना को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है। मौके पर पहुंची वन विभाग की गाड़ी में तोड़फोड़ की और शव ले जाने से रोक दिया। गोबर्द्धना थाना क्षेत्र के डुमरी निवासी 35 वर्षीय संजय महतो सुबह शौच के लिए गए थे। तभी जंगल से निकले बाघ ने उन पर पीछे से हमला कर मौत के घाट उतार दिया।
आक्रोशित ग्रामीणों ने कहा कि वे शव को पोस्टमार्टम् के लिए नहीं ले जाने देंगे। वन विभाग की लापरवाही से ऐसी घटनाएं हो रही हैं। 25 दिन से वन विभाग की टीम बाघ को पकड़ नहीं सकी। अगर बाघ पकड़ में आ गया होता तो और लोगों की जान न जाती। सूचना के बाद एसपी व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। बता दें कि एक दिन पहले ही बाघ ने 12 वर्षीय बच्ची को घर से उठाकर मार डाला था।उस घटना के 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि यह घटना हो गई।
आधा दर्जन बार हमला कर चुका बाघ
डुमरी में बाघ के हमले में युवक की मौत की सूचना पर ग्रामीण यूं ही आक्रोशित नहीं हैं, इससे पूर्व भी बाघ आधा दर्जन बार हमला बोल चुका है। इस साल आठ मई को हरनाटाड़ के बैरिया कल से सटे बगीचे में खेल रहे एक बच्चे पर बाघ ने हमला बोल दिया। जख्मी 17 वर्षीय अविनाश कुमार को प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए गोरखपुर रेफर कर दिया गया। जहां किसी तरह उसकी जान बची। इस घटना के महज छह दिनों के बाद चिउटाहां वन क्षेत्र के जिमरी नौतनवा निवासी 12 वर्षीय राजकुमार बैठा दोस्तों के साथ साग चुनने के लिए जंगल की ओर गया हुआ था। जहां बाघ ने हमला बोल उसे मौत के घाट उतार दिया। काफी खोजबीन के बाद कक्ष संख्या 32 से किशोर का शव बरामद हुआ।
15 जुलाई को बैरियाकला गांव के एक बुजुर्ग 65 वर्षीय धर्मराज काजी के शव के अवशेष हरनाटांड़ वन क्षेत्र के कक्ष संख्या दो से बरामद किए गए। वह खत की ओर गए थे और तबसे लापता हो गए थे। जांच में इसकी पुष्टि हुई कि बुजुर्ग की जान बाघ ने ही ली है। 21 सितंबर को भी किसान पर हमला कर मौत के घाट उतार दिया था।






