बिहार: 750 रुपये की स्ट्रीट लाइट के लिए मुखिया ने लुटाये 12500 रुपए, हाईकोर्ट पहुंचा मामला
सरकार ने हर पंचायत में स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए करोड़ों रुपए की राशि दी है लेकिन पंचायतों में स्ट्रीट लाइट लगाने के नाम पर जमकर घोटाला हो रहा है. घोटाला का ताजा मामला पूर्णिया जिले से जुड़ा है जहां के बनमनखी प्रखंड के चांदपुर भंगहा पंचायत में जमकर लूट हुई है. ग्रामीणों का आरोप है कि चांदपुर भंगहा पंचायत के मुखिया भीखन राम ने अपने पंचायत में 120 स्ट्रीट लाइट लगवाये हैं. यह सभी लाइट काफी घटिया क्वालिटी के हैं. ऑनलाइन इस लाइट का कीमत 750 रुपया है जबकि एक लाइट लगाने के एवज में मुखिया ने 12500 रुपया की दर से कंपनी को 14 लाख 40 हजार रूपये का भुगतान किया है.
इस काम में मुखिया, पंचायत सेवक से लेकर अधिकारियों की मिलीभगत है. इस बाबत चांदपुर भंगहा पंचायत के पंचायत समिति सदस्य किशोर कुमार ने डीएम, कमिश्नर से लेकर पटना हाईकोर्ट तक में मामला दर्ज करवाया. उन्होंने कहा कि जब उसने इस मामले का पर्दाफाश के लिए आवेदन दिया तो मुखिया ने उसके ऊपर झूठा एससी एसटी एक्ट केस कर दिया. इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने गांव में एक पंचायत बुलाई जिसमें पूर्व मुखिया, वर्तमान सरपंच, समिति सदस्य, कई वार्ड सदस्य समेत सैकड़ों लोग शामिल हुए.
सरपंच जय कुमार और ग्रामीणों ने भी कहा कि वर्तमान मुखिया ने लाइट लगाने के नाम पर जमकर धांधली की है. घटिया क्ववालिटी का लाइट लगाने के कारण एक माह में ही आधी लाइट खराब हो गयी है. उन्होंने कहा कि मुखिया ने आवेदक किशोर कुमार पर झूठा एससी-एसटी मुकदमा दर्ज कर दिया है जबकि इस तरह की कोई घटना नहीं हुई है. सवाल पूछे जाने पर मुखिया भीखन राम पहले तो कई तरह के बहाने बाजी करने लगा फिर उसने कहा कि पूर्णिया के मनोज कुमार द्वारा उनके पंचायत में लाइट लगाई गई है. इसकी जांच चल रही है. वह अपना जवाब कमिश्नर को देंगे.
इस मामले में पटना हाईकोर्ट ने डीएम को 4 सप्ताह के अंदर जांच कर रिपोर्ट देने के लिए कहा है. समिति सदस्य ललटू कुमार का कहना है कि चांदपुर भंगहा के तरह ही बनमनखी प्रखंड के कई पंचायतों में लाइट के नाम पर करोड़ों का घोटाला हुआ है. जब इस बाबत बनमनखी के बीडीओ सरोज कुमार से पूछा गया तो वह कैमरा पर कुछ भी बताने से इंकार कर गए.
इनपुट: न्यूज18