समस्तीपुर में 6 वर्ष बाद फिर से दुहराया इतिहास, शराब तस्कर से मुठभेड़ में BMP हलवदार की गई थी जान
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समस्तीपुर :- समस्तीपुर जिले के मोहनपुर ओपी के प्रभारी नंद किशोर यादव की पटना के IGIMS में उपचार के दौरान मौत हो गई। अब उनके शव को समस्तीपुर लाने की तैयारी की जा रही है। समस्तीपुर पुलिस लाइन में शव को गार्ड ऑफ ऑर्नर दिया जाएगा। एसपी विनय तिवारी ने दारोगा के शहीद होने की पुष्टी की है। 2009 बैच के दारोगा नंद किशोर यादव समस्तीपुर में करीब डेढ़ वर्ष से कार्यरत थे। वह अररिया जिला के रहने वाले थे।
दारोगा के शहीद होने की सूचना समस्तीपुर आते ही स्वतंत्रता दिवस पर चल रहे कार्यक्रम को सादे रूप से संपन्न कराया गया। पुलिस लाइन में भी पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी ने झंडोतोलन के बाद सभी कार्यक्रम को रोक दिया। सूचना मिलने के बाद पुलिस कर्मियों के बीच शोक की स्थिति बनी हुई है।
करीब छह साल पहले भी BMP जवान की हुई थी हत्या :
करीब छह साल पहले 28 नवंबर 2017 को जिल के हलई ओपी के इंद्रवारा गांव स्थित केवल स्थान के पास शराब तस्कर व पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई थी। इसमें पुलिस जवान अनिल कुमार सिंह शहीद हो गए थे। इस घटना में सरायरंजन के तत्कालीन थानाध्यक्ष मनोज कुमार भी जख्मी हो गए थे। अनिल जहानाबाद जिले के घोसी थाने के पीतांबरपुर गांव के रहने वाले थे। अनिल पर भी बदमाशों ने नजदीक से सीने में गोली चलाई थी। इससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई थी। एक बार पुन: मोहनपुर ओपी प्रभारी नंदकिशोर यादव पर भी बदमाशों ने नजदीक से ही फायर किया है। दोनों घटनास्थल में चार-पांच किलोमीटर का ही अंतर है।
संवेदनशील रहा है इलाका :
आपराधिक घटनाओं को लेकर हमेशा से मोहनपुर, पटोरी, हलई, विद्यापतिनगर, मोहिउद्ददीनगर संवेदनशील रहा है। इस इलाके में शराब कारोबार से लेकर गांजा तस्करी का बड़ा केंद्र रहा है। इस क्षेत्र के अपराधियों के तार सफेदपोश से भी जुड़े है। इससे उनका मनोबाल हाई रहा है। वह पुलिस टीम पर भी गोली चलाने से गुरेज नहीं करते। शराब कारोबारियों के तार बंगाल के दालकोला, झारखंड तक जुड़े हैं। जहां से वह शराब की तस्करी कर समस्तीपुर लाते हैं। इसमें कुछ दिनों पहले मोहिउद्दीननगर के एक बड़े सफेदपोश का नाम आ चुका है।