बिजली विभाग का पूरा सिस्टम केवल पैसा वसूली का जरिया बना! घंटी होने के बाबजूद नहीं उठाते फोन, उपभोक्ता परेशान
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समस्तीपुर/उजियारपुर :- उजियारपुर में बिजली विभाग का हाल बुरा बना है। यहां नाजिरपुर व उजियारपुर फीडर के मोबाइल फोन रात आठ बजते ही काम करने बंद कर देते हैं। इसके अलावा बिजली गुल होते ही विभाग के सभी नम्बर आटोमेटिक व्यस्त या नाॅट रिचिवल हो जा रहे हैं। उजियारपुर जेई ने तो हद ही कर दिया। जेई ने अपना फोन स्विच ऑफ ही कर रखा था। जबकि फीडर का नंबर लग ही नहीं रहा था। वहीं नाजिरपुर फीडर से बातचीत संभव थी। जबकि उसके जेई बार बार घंटी होने बाद भी फोन नहीं उठा रहे थे।
ग्रामीण एसडीओ ने भी रात के समय फोन के घंटी होने के बाबजूद फोन नहीं उठाया। वहीं क्षेत्र में कार्यरत मानव बल के फोन भी शाम के बाद व लाइन कटने पर काम करने बंद कर देते हैं। ऐसा अधिकांशतः देखने को मिलता है। इससे बिजली उपभोक्ताओं को परेशानी झेलनी पड़ रही है। ऐसे में यदि कहीं कोई हादसे भी हो जाए तो विभाग तक उसकी सूचना पहुंचने में एक लंबा वक्त लग सकता है।
पतैली गांव में दर्जनों घरों की बिजली आपूर्ति सोमवार की शाम से ठप हो गई। रात करीब 9 बजे लोगों ने इसकी शिकायत नाजिरपुर फीडर में दर्ज कराई। इसके बाद मंगलवार सुबह तक आपूर्ति बाधित रही। इसका कारण ट्रांसफार्मर में आई खराबी बताई गई है। विभाग में लोग इसी समस्या को लेकर फोन लगा रहे थे। इसी दौरान यह परेशानी देखने को मिली।
कर्मी ने कहा रात आठ बजे तक ही होती है शिकायत :
नाजिरपुर फीडर पर फोन उठाने वाले कर्मी ने पहले तो कहा कि शिकायत 8 बजे से पहले ही लिखीं जाती है। हालांकि बाद में दबाव बनाने पर उसने शिकायत दर्ज की। उसने बताया कि दर्ज शिकायत पर पहल सुबह होगी। क्योंकि रात के समय कार्य करने वाले कोई कर्मी नहीं है। इस समस्या को लेकर जब जेई से बातचीत की कोशिश की गई तो उन्होंने भी फोन नहीं उठाया।
एसडीओ की पहल पर हुई बातचीत :
लोगों ने बाद में इसकी शिकायत दलसिंहसराय एसडीओ प्रियंका कुमारी से की गई। शिकायत पर उन्होंने इसको लेकर एसडीओ से बातचीत कर मामले जानकारी लेने की बात कही। एसडीओ के पहल के बाद में बिजली विभाग के एसडीओ ने वापस फोन कर समस्या को जाना। बाद में फोन पर आठ बजे के बाद शिकायत नहीं लिखने वाले कर्मी को फटकार लगाई। हालांकि लोगों के समस्या का निदान सुबह ही संभव हो पाया।
केवल पैसा वसूली करने का जरिया बनकर रह गया है विभाग का पूरा सिस्टम :
बिजली विभाग का पूरा सिस्टम केवल व केवल पैसा वसूली करने का जरिया बनकर रह गया है। विभाग को उपभोक्ता के सुविधा से कोई नेह नाता नजर ही नहीं आता। विभाग के पदाधिकारी दिन रात केवल व केवल बिजली बिल की उगाही पर अपना पूरा ध्यान केंद्रित किए रहते हैं। जबकि उपभोक्ताओं को ठीक ठंग से बिजली की आपूर्ति भी संभव नहीं हो पा रही है। ट्रांसफार्मर में आई छोटी सी गड़बड़ी को दूर करने को लेकर विभाग को करीब 12 घंटे से अधिक समय लग जाता है।