समस्तीपुर: दो महीने से स्कूल नहीं आ रही थी शिक्षिका, ग्रामीणों ने लगाया ताला, जमकर हुआ बवाल
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समस्तीपुर/मोहिउद्दीननगर [रामरूप राय] :- पिछले 2 महीने से पदस्थापित शिक्षिका के नहीं आने से नाराज लोगों ने शुक्रवार को स्कूल में ताला जड़ दिया और नारेबाजी शुरू कर दी। मामले की सूचना पर पहुंचे बीईओ ने लोगों को समझा-बुझाकर बंद ताला खुलवाया। बीईओ ने कहा कि अब नियमित रूप से शिक्षिकाएं आएंगी और बच्चों को पढ़ाएंगी। मामला मोहिउद्दीननगर प्रखंड स्थित प्राथमिक विद्यालय नारायणपुर का है।
ग्रामीणों का कहना था कि इस प्राथमिक विद्यालय में 2 शिक्षक पदस्थापित थे, हाल ही में एक शिक्षक को निलंबित कर दिया गया था। जबकि एक महिला शिक्षक इस स्कूल में पदस्थापित हैं। वह नियमित रूप से स्कूल नहीं आती। अगर वह स्कूल आती भी है तो दिन के 11:00 बजे आती है और 2:00 बजे तक चली जाती है। जिस कारण बच्चों का पढ़ाई-लिखाई चौपट हो रहा है। करीब 2 महीना से यही स्थिति बनी हुई है। बच्चे स्कूल तो आते हैं लेकिन हुड़दंग मचाते रहते हैं। दशहरा बाद शुक्रवार को स्कूल खोलना था। दिन के 12:00 बजे तक स्कूल की शिक्षिका नहीं आई। स्कूल पहुंचे बच्चे स्कूल के बाहर यूं ही घूम टहल रहे थे।
यह देख नाराज हुए ग्रामीणों ने स्कूल के कमरों में अपना अलग से ताला लगा दिया, और स्कूल प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान लोगों ने स्थानीय बीईओ को भी सूचना दी जिसके बाद मौके पर पहुंचे बीईओ सुधाकर सिंह लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया और कहा कि अब नियमित रूप से यहां शिक्षक आएंगी। जिसके बाद शांत हुए लोगों ने ताला खोला। इस स्कूल में करीब 200 बच्चे नामांकित है। इलाका सुदूर क्षेत्र में पड़ता है जिससे यहां अच्छे प्राइवेट स्कूल भी नहीं है लोगों को मात्र एकमात्र साधन यह प्राथमिक विद्यालय ही है।