बिहार में फ्लोर टेस्ट से पहले विधायकों को बचाने की चुनौती? जेडीयू, बीजेपी व आरजेडी का प्लान समझिए
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बिहार में सोमवार, 12 फरवरी को सत्तापक्ष व विपक्ष दोनों की परीक्षा होगी। सरकार का दावा है कि उसके पास बहुमत के लिए जरूरी विधायकों की संख्या से अधिक का समर्थन प्राप्त है। वहीं विपक्ष का दावा है शक्ति परीक्षण के दौरान खेला होने का। ऐसे में सरकार के बहुमत और विपक्ष के खेला होने की भी परीक्षा होगी। किसके दावे में कितना दम है इसकी भी परीक्षा होगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नवगठित एनडीए सरकार के पक्ष में विश्वास मत हासिल करने के लिए सोमवार को बिहार विधानसभा में विश्वास मत पेश करेंगे। इस परीक्षा से पहले शनिवार से सत्तापक्ष व विपक्ष, दोनों ही खेमे में अभ्यास का दौर शुरू हो गया है।
अलग-अलग बहाने पर लक्ष्य एक। शनिवार को भाजपा ने जहां बोधगया में प्रशिक्षण शिविर रखा तो जदयू ने दिन के भोज के बहाने अपने विधायकों व विधान पार्षदों को वरिष्ठ मंत्री श्रवण कुमार के आवास पर जुटाया। उधर, राजद ने अघोषित बैठक पार्टी नेता व पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के आवास पर आयोजित किया। इस बैठक में शामिल होने आए विधायकों के फोन तक जमा करा लिए गए थे। उधर विपक्षी महागठबंधन में कमजोर कड़ी माने जा रहे कांग्रेस के विधायकों को पार्टी आलाकमान के निर्देश पर 3 फरवरी से ही हैदराबाद वाया दिल्ली में रखा गया है। कांग्रेसी तथा भाजपा के विधायक क्रमश: हैदराबाद और बोधगया से अब सोमवार को ही सीधे पटना में लैंड करेंगे।
अपना-अपना किला सुरक्षित रखने के लिए सभी दलों में रविवार को भी परीक्षा से पहले का यह अभ्यास जारी रहेगा। भाजपा का प्रशिक्षण शिविर रविवार को भी जारी रहेगा। पार्टी के विधानमंडल दल की बैठक भी यहीं होगी। जदयू विधानमंडल दल की बैठक शाम को संसदीय मंत्री विजय चौधरी के आवास पर होगी। इस बैठक सह भोज को खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार संबोधित करेंगे। उधर, शनिवार को तेजस्वी आवास में जुटे राजद विधायकों को विश्वास मत तक इकट्ठे ही रखने की तैयारी की गई है।
जदयू विधायकों को व्हिप की प्रति सौंपी गई
शनिवार को श्रवण कुमार के आवास पर हुई बैठक में जदयू विधायकों ने एक़जुटता का संदेश दिया साथ ही विश्वास मत हासिक करने का दावा भी किया। दिन के भोज में शामिल होने विभिन्न कारणों से कुछ विधायक नहीं पहुंचे, हालांकि पार्टी के सभी सम्पर्क में रहे। रविवार को सबके हाजिर रहने की बात नेताओं ने कही। पूर्व मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि 12 फरवरी को विधानसभा में सरकार अपना बहुमत साबित करेगी। सारे विधायक एकजुट, कोई समस्या नहीं है। बैठक के दौरान विधायकों को व्हिप की प्रति सौंपी गयी और उनकी उपस्थिति भी दर्ज की गयी।
राजद-वाम विधायक 40 घंटे के लिए तेजस्वी आवास पर रोके गये
राजद ने पार्टी को किसी टूट से बचाने के लिए अपने सभी विधायकों को शनिवार की शाम से अगले 40 घंटे (सोमवार सदन शुरू होने ) तक तेजस्वी प्रसाद यादव के सरकारी आवास पांच देशरत्न मार्ग पर ही रोक लिया है। उन्हें पहले पार्टी के विधायक दल की बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था। पहुंचने के बाद सभी विधायकों को कपड़े, दवा एवं अन्य जरूरी सामान मंगवाने को कहा गया। जानकारी के मुताबिक नीलम देवी को छोड़ पार्टी के सभी 78 विधायक मौजूद हैं। बाद में भाकपा माले, माकपा व माले के भी सभी 16 विधायकों को यहीं बुलाकर इकट्ठे रखा गया।
कांग्रेस व माले में खींचतान
बिहार में राज्यसभा की छठी सीट के लिए महागठबंधन के दो घटक दल कांग्रेस व माले में खींचतान की खबर है। दोनों दलों की ओर से दावे पेश किये गये हैं। कांग्रेस निवर्तमान सांसद अखिलेश सिंह को जबकि माले दीपंकर भट्टाचार्य को राज्यसभा भेजने पर अड़ी है। हालांकि फैसला राजद के पाले में है। कांग्रेस के 19 विधायक हैं जबकि दीपंकर के पक्ष में वाम पार्टियों के 16 विधायक। हम के 4 विधायकों का समर्थन हासिल करने को लेकर महबूब आलम और सत्यदेव राम ने जीतन राम मांझी से सहयोग मांगा है।