धनबाद मुठभेड़ का संचालन कर रहा था समस्तीपुर का रमिया, बेऊर जेल से आका पुल्लू वीडियो कॉल पर कर रहा था निर्देशित, आसिफ ने पुलिस को सुनाई पूरी कहानी…
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धनबाद/समस्तीपुर :- मुथूट फिनकॉर्प में मंगलवार काे लूट के दाैरान पुलिस के साथ हुए एनकाउंटर काे लेकर बैंक माेड़ थाना प्रभारी पीके सिंह के बयान पर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। प्राथमिकी में बेऊर जेल में बंद राजीव सिंह उर्फ पुल्लू सिंह के अलावा घटना में शामिल राघव उर्फ राजीव (लखीसराय), मो. आसिफ (समस्तीपुर), मृत शुभम उर्फ रेबिट (आरा वर्मतान में भूली), घटनास्थल से भागा छाेटू उर्फ टाेकिया (समस्तीपुर) एवं शंकर ठाकुर उर्फ रमेश ठाकुर (लदौरा, समस्तीपुर) के अलावा गैंग काे धनबाद में लीड करने वाला रमी उर्फ उर्फ रमिया उर्फ रविरंजन सिंह उर्फ बादशाह (शेखोपुर, समस्तीपुर) काे नामजद आराेपी बनाया गया है।
थाना प्रभारी ने अपने बयान में कहा है कि पूछताछ में पकड़े गए अपराधियाें ने स्वीकार किया है कि घटना के समय बेऊर जेल में बंद राजीव सिंह उर्फ पुल्लू सिंह घटना काे अंजाम दे रहे अपराधियाें काे निर्देशित कर रहा था। वह बता रहा था कि घटना काे कैसे अंजाम देना है। मुथूट में टीम काे लीड समस्तीपुर का मो. आसिफ और गैंग का संचालन मैथन लाॅज से समस्तीपुर का रमिया उर्फ रविरंजन कर रहा था। घटना के आईओ सरायढेला थाना प्रभारी वीर कुमार बनाए गए हैं।
वीडियो कॉल पर मैनेजर से कहा- लॉकर खोल दो, नहीं तो तुम्हारे घर आदमी भेज देंगे :
पूछताछ में मो. आसिफ ने बताया कि शंकर का निर्देश था कि फिनकाॅर्प में सभी काे एक साथ बंधक बनाना है। गाेली चलाना पड़े ताे इसमें हिचकना नहीं है। इसके बाद बाइक से बैंक माेड़ गुरुद्वारा के पास पहुंचे। ऑफिस खुलते ही सबसे पहले वह और छाेटू बंधक बना कर अंदर घुसे। रमेश और शुभम मैनेजर व एक आदमी काे पिस्टल के नाेक पर लाॅकर तक पहुंचाने बोले, नहीं पहुंचने पर उसे सभी ने मिलकर पीटा। इस दाैरान रमेश ने मैनेजर काे किसी से वीडियाे काॅल पर बात कराई। कहा-लाॅकर खाेलाे नहीं ताे तुम्हारे घर आदमी भेज रहे हैं।
पुलिस काे देखकर रमेश भागा :
मो. आसिफ ने बताया कि 15 से 20 मिनट में छाेटू और रमेश बाहर देखने के लिए निकला ताे देखा कि पुलिस पहुंच गई है। इसे देख छाेटू बैंकमाेड़ और रमेश मटकुरिया के तरफ निकल गए, पर उसने पुलिस काे देख गाेली चला दी।
फाेन पर बात करने पर थी रोक :
उसे शंकर ने माेबाइल दिया था। घटना के पहले दिन वह वर्चुअल नंबर से काॅल कर बात कर रहा था। यह मालूम चलने पर शंकर ने उसे बहुत भला-बुरा कहा था। शंकर ने हर किसी को माेबाइल पर बात करने पर राेक लगा रखी थी।
शुभम ने ही कराई थी रेकी :
घटना के एक दिन पहले शुभम के साथ मुथूट और फिर भागने के रास्ते की रेकी की थी। मटकुरिया चेकपाेस्ट ये दाहिने कुसुंडा रेलवे साइडिंग तक देखने गए थे। रात में ही शंकर के दिए हथियार काे सभी ने मिलकर साफ किया था।
कुल्टी में शुभम ने रिसीव किया :
शुभम ट्रेन आने से पहले ही कुल्टी स्टेशन पर माैजूद था। शुभम काे गैंग के लाेगाें ने रैबिट उर्फ माॅस्काे नाम दिया था। मो. आसिफ के मुताबिक शुभम उसे मैथन के पास स्थित एक लाॅज लेकर पहुंचा। वहीं अन्य गैंग मेंबर मिले। लाॅज पर रमिया पहले से मौजूद था। रमिया ही लाॅज में बैठकर गैंग का संचालन कर रहा था।
आसिफ एवं राहुल ने यह भी बताया है कि समस्तीपुर लदौरा के शंकर उर्फ रमेश ठाकुर के साथ राजस्थान के भिवंडी में एक्सिस बैंक को तीन चार महीने पहले लूटने में वह शामिल था। इस घटना में उसे हिस्सा नहीं मिला था। शंकर ने बाद में देने का भरोसा उनलोगों को दिलाया था। बैंकमोड़ की घटना से दस दिन पूर्व ही शंकर आकर उनलोगों से मिला। आफर दिया कि धनबाद में क्राइम करना है। धनबाद की घटना के बाद ही पूर्व में लूटे गए संपत्ति का हिस्सा उनलोगों को मिलेगा। इसके वे लोग क्राइम करने के लिए तैयार हो गए।
शंकर ने उन दोनों को 27-28 अगस्त धनबाद बुलाया था। समस्तीपुर से वे लोग मोर्य एक्सप्रेस से कुल्टी स्टेशन पर उतरकर मैथन डैम आए थे। वहीं भूली के शुभम कुमार उर्फ रैबिट से उसकी मुलाकात हुई थी। मैथन डैम के निकट उसे गोल्डन नामक एक युवक ने किराए पर मकान दिलाया था। शिवम कुमार उर्फ छोटू उर्फ टोकियो पहले से वहां मौजूद था। एक दिन बाद रमेश ठाकुर उर्फ शंकर उसके रूम में आया तथा रवि रंजन उर्फ उर्फ रमिया भी उसके साथ था। वहीं बैठकर बैंकमोड़ में क्राइम करने की प्लानिंग हुई।