अरविंद केजरीवाल की मांग – ‘भारतीय रुपयों पर लक्ष्मी-गणेश की फोटो छापो’
गुजरात चुनाव से ठीक पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हिंदुत्व कार्ड खेला है. सीएम केजरीवाल ने भारतीय करेंसी पर गांधीजी के साथ भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी की फोटो भी लगाने की मांग की है. उन्होंने आगे कहा कि अगर एक तरफ गांधी जी की तस्वीर होगी और दूसरी तरफ लक्ष्मी गणेश जी की फोटो होगी तो इससे पूरे देश को उनका आशीर्वाद मिलेगा.
सीएम केजरीवाल ने आगे कहा कि लक्ष्मीजी को समृद्धि की देवी माना गया है. वहीं, गणेशजी सभी विघ्न को दूर करते हैं. इसलिए उन दोनों की तस्वीर नोट लगनी चाहिए. इससे हमारी अर्थव्यवस्था सुधरेगी. दिल्ली सीएम ने आगे कहा कि हम सारे नोट बदलने की बात नहीं कर रहे, लेकिन जो नए नोट छपते हैं. उन पर यह शुरुआत की जा सकती है और धीरे-धीरे नए नोट सर्कुलेशन में आ जाएंगे.
हम चाहते हैं भारत अमीर बने
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा,’ ऐसा क्यों है कि 75 साल आजादी को हो गए हैं, लेकिन देश आज भी विकासशील है और गरीब देश माना जाता है? उन्होंने आगे कहा कि हम सब चाहते हैं कि भारत विकसित देश बने और भारत अमीर देश बने. हम सब चाहते हैं कि हर भारतवासी और भारत का हर परिवार अमीर परिवार बने.
नाजुक दौर से गुजर रही अर्थव्यवस्था
केजरीवाल ने प्रेस कांफ्रेंस कर बुधवार को कहा कि हम सब देख रहे हैं कि हमारी अर्थव्यवस्था बहुत नाजुक दौर से गुजर रही है. हम देख रहे हैं कि डॉलर के मुकाबले रुपया दिन प्रतिदिन कमजोर होता जा रहा है. यह सब की मार आम आदमी को भुगतनी पड़ती है. इसमें सुधार करने के लिए मेरी केंद्र सरकार से अपील है कि बड़ा फैसला ले. सुधार के लिए इसके लिए बहुत सारे कदम उठाने की जरूरत है.
समृद्धि के लिए करते हैं प्रार्थना
उन्होंने कहा कि परसों दिवाली थी. दिवाली पर हम सब लोगों ने श्रीगणेश और लक्ष्मीजी का पूजन किया. हम सब ने भगवान से सुख शांति की प्रार्थना की. हमने अपने परिवार के साथ ही देश की समृद्धि के लिए भी प्रार्थना की. केजरीवाल ने कहा कि हम देखते हैं कि जो लोग भी व्यापार करते हैं, वह अपने यहां लक्ष्मी-गणेशजी की मूर्ति लगाकर रखते हैं.
…तब ही कोशिशें कामयाब होंगी
सीएम केजरीवाल ने एक बार फिर स्कूल और अस्पताल का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि हमें बड़ी संख्या में स्कूल खोलने हैं. अस्पताल बनाने हैं. बहुत बड़े स्तर पर सड़क और इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करना है. लेकिन एफर्ट्स (कोशिशें) तब ही फलीभूत होते हैं, जब देवी देवताओं का आशीर्वाद होता है.