सीट बंटवारे में रालोजपा का वजन बढ़ाने तीन सांसदों को लेकर जेपी नड्डा के पास पहुंचे पशुपति पारस…
यहां क्लिक कर हमसे व्हाट्सएप पर जुड़े
केंद्रीय मंत्री एवं राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (आरएलजेपी) के प्रमुख पशुपति कुमार पारस ने लोकसभा चुनाव से पहले अपनी पार्टी के दावों को आगे बढ़ाने के लिए गुरुवार को दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। पारस के साथ उनकी पार्टी के तीन अन्य लोकसभा सांसद, चौधरी महबूब अली कैसर, चंदन सिंह व प्रिंसराज, भी थे। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने यह जानकारी देते हुए बताया पशुपति पारस और तीनों सांसदों की भाजपा अध्यक्ष से तीस मिनट की बेहद ही सौहार्दपूर्ण मुलाकात हुई। इस दौरान बिहार में लोकसभा चुनाव को लेकर एनडीए की रणनीति के अलावा कई अहम मुद्दों पर भी बात हुई। साथ ही लोकसभा चुनाव में बिहार की सभी 40 सीटों पर एनडीए की जीत सुनिश्चित कराने को लेकर रणनीति पर भी चर्चा हुई।
बता दें कि पारस के नेतृत्व वाली पार्टी और उनके भतीजे एवं जमुई से लोकसभा सांसद चिराग पासवान की अध्यक्षता वाली लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) में तीखी जुबानी जंग होती रहती है, क्योंकि दोनों ही दल चिराग पासवान के पिता एवं दलित नेता रामविलास पासवान की राजनीतिक विरासत के लिए लड़ रहे हैं।
भाजपा के सहयोगी चिराग पासवान ने भी इस बात पर जोर दिया है कि उनकी पार्टी संसदीय चुनाव में छह सीट पर लड़ना चाहेगी। लोक जनशक्ति पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में भी इतनी ही सीट पर चुनाव लड़ा था, जब चिराग पासवान और पशुपति पारस रामविलास पासवान के नेतृत्व में एक साथ थे। चिराग पासवान ने हाजीपुर सीट पर भी दावा किया है, जिसका प्रतिनिधित्व वर्तमान में लोकसभा में पशुपति पारस करते हैं।
पीएम मोदी, अमित शाह और नड्डा से मिले थे नीतीश कुमार
बता दें कि बिहार में सरकार बदलने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से बारी-बारी मुलाकात की। इसी वर्ष 28 जनवरी को नीतीश कुमार ने इस्तीफा देकर भाजपा के साथ साझा सरकार बनाने का प्रस्ताव दिया था। अब जदयू एनडीए का हिस्सा है। मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि अभी सीट शेयरिंग पर कोई बात नहीं हुई। अभी इस पर बात करने का कोई तुक नहीं है। सब पता ही है। इसके साथ ही उन्होंने संकेत दिए कि सीट शेयरिंग पर आगे बात होगी।