राबड़ी देवी क्यों पांचवीं पास रह गईं? पूर्व सीएम ने खुद किया खुलासा
आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव अपनी पत्नी राबड़ी देवी व बड़े बेटे तेजप्रताप यादव के साथ मंगलवार को अपने पैतृक गांव फुलवरिया पहुंचे। लालू की एक झलक पाने को ग्रामीण बेताब दिखे। लालू प्रसाद ने रजिस्ट्री कचहरी परिसर के दुर्गा मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके बाद अपने ससुराल सेलरकला गांव पहुंचे। ससुराल में लालू का स्वागत उनके चचेरे साले रमाकांत चौधरी ने स्वागत किया। वहीं मुख्यमंत्री राबड़ी देवी अपने नाम से संचालित राबड़ी देवी बालिका उच्च विद्यालय का दौरा किया। राबड़ी के साथ उनके बेटे तेज प्रताप यादव भी थे।
स्कूल पहुचंने के बाद राबड़ी देवी क्लासरूम में गईं और शिक्षक की कुर्सी पर बैठ गईं। क्लास में राबड़ी देवी को देखकर छात्राएं काफी खुश नजर आईं। राबड़ी देवी ने कहा कि स्कूल आकर अच्छा लगा। अपनी शिक्षा को लेकर राबड़ी देवी ने बताया कि पांचवी के बाद पढ़ाई करने के लिए दूर जाना था, उस समय इतना दूर पढ़ाई के लिए कोई नहीं भेजता था, इसलिए आगे की पढ़ाई नहीं हो पाई। बता दें कि कि राबड़ी देवी बिहार की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं और उनकी शिक्षा को लेकर विरोधी लगातार सवाल उठाते रहे हैं।
का हो काकी का हाल बा,हमको मकई का सतुआ भूजा खूब खिलाई है…!
… का रे काकी का हाल बा। हमको मकई के सतुआ, भूंजा काकी खूब खिलाई है। मुद्दत बाद अपने पैतृक गांव फुलवरिया पहुंचे राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने अपने गांव की 95 वर्षीया काकी फूलमति देवी से अपने ठेठ गंवई अंदाज में कुछ इसी तरह हाल-चाल पूछा। अपने बबुआ को देख कर फूलमति काकी भी खुश थीं। कहने लगी तहरा के देख के मन हरिहर हो गईल। बाबू तू आबाद रह। 90 वर्षीय ग्रामीण राम आश्रय साह पर नजर पड़ते ही लालू हाथ हिलाते हुए पूछने लगे काका ठीक बाड़ नु…। बारिश हो रही थी। लेकिन लालू के गांव के लोग उनके दरवाजे पर जमे थे। युवकों में मोबाइल से पल-पल की तस्वीर लेने की होड़ सी मची थी।