बोधगया के महाबोधि मंदिर में फायरिंग, गोली लगने से यहां तैनात एक पुलिसकर्मी की मौत; सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई
बिहार के सबसे सुरक्षित और वीआईपी माने जाने वाले गया के महाबोधि मंदिर के कैंपस में शुक्रवार की दोपहर अचनाक गोलियां चलने लगी. गोलीबारी की इस घटना में एक पुलिस जवान अमरजीत कुमार यादव की मौत हो गई. कहा जा रहा है कि जवान ने सुसाइड किया है लेकिन पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है.
मृतक जवान अमरजीत महाबोधि मंदिर में सुरक्षा में तैनात था, जिसके हथियार (कार्रबाईन) से गोलियां चली हैं. तीन गोलियां लगने से जवान की मौके पर ही मौत हो गई. गोली चलने से पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई. घटना की जानकारी मिलते ही सिटी एसपी हिमांशु भी महाबोधि मंदिर पहुंचे. फिलहाल पुलिस घटना की जांच कर रही है. जवान की किन कारणों से मौत हुई है, इसका पता नहीं लग सका है.
इस मामले में गया एसएसपी की तरफ से एक रिलीज जारी किया गया है जिसमें कहा गया है कि लगभग 1:40 पर महाबोधि मंदिर परिसर बोधगया के अंदर गोलियों की आवाज सुनाई दी. आवाज सुनकर महाबोधि मंदिर के अंदर तैनात पुलिस बल तुरंत अलर्ट हो गए और जिला पुलिस बल तथा विशेष सशत्र बल के वरीय पदाधिकारियो को इसकी सूचना दी गई. सूचना पाते ही वरीय पुलिस अधीक्षक गया, नगर पुलिस अधीक्षक, गया समेत जिला पुलिस बल के अन्य पुलिस पदाधिकारी घटनास्थल पर तुरंत पहुंच गए.
घटनास्थल पर हवलदार अमरजीत कुमार यादव बिहार स्वाभिमान बटालियन का शव पाया गया. शव के पास ही उनका सरकारी हथियार कार्रबाइन मौजूद पाया गया. प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि हवलदार अमरजीत कुमार यादव के सरकारी कार्रर्बाइन से किसी कारण दुर्घटनावश गोली चल गई है और अपने हथियार से ही उन्हें गोली लग गई है जिसके कारण घटनास्थल पर ही उनकी मृत्यु हो गई है.
घटनास्थल को तकनीकी एवं वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए सुरक्षित कर दिया गया है. फॉरेंसिक टीम एवं अन्य अनुसंधान इकाइयों को तुरंत घटनास्थल पर बुलाया जा रहा है. इस घटना के तुरंत बाद लगभग आधे घंटे के लिए महाबोधि मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेश रोका गया था, जिसे आवश्यक जांच पड़ताल के बाद फिर से आरंभ कर दिया गया है. मृतक के परिजनों को घटना की सूचना दी जा रही है. घटना के कारणों के संबंध में जांच की जा रही है. मंदिर परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरा के फुटेज की भी जांच की जा रही है.