नीतीश को मांझी ने घेरा- मुझसे FIR पर 4 घंटे में इस्तीफा लिया था तो चार्जशीटेड तेजस्वी से क्यों नहीं ले रहे
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तेजस्वी यादव के खिलाफ लैंड फॉर जॉब मामले में दाखिल चार्जशीट को लेकर विपक्षी दलों के निशाने पर हैं। भारतीय जनता पार्टी के बाद अन्य दल भी उन्हें तेजस्वी को मंत्रिमंडल से बाहर करने को लेकर मुख्यमंत्री को घेर रहे हैं। जीतन राम मांझी ने कहा है कि नीतीश कुमार तेजस्वी यादव से इस्तीफा क्यों नहीं ले रहे हैं। उन्होंने 2005 की एक आपबीती सुनाई। मांझी ने नीतीश को नैतिकता का भी पाठ पढ़ाया है।
लैंड फॉर जॉब स्कैम मामले में पिता लालू प्रसाद यादव के साथ आरोपित बताए जाने और चार्जशीट दाखिल किए जाने के बाद तेजस्वी यादव पर पद छोड़ने के लिए चौतरफा हमले हो रहे हैं। उनके साथ साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी विपक्षी दलों के निशाने पर हैं। बीजेपी पहले ही डिप्टी सीएम से इस्तीफा मांग चुकी है। विधानसभा के मानसून सत्र में एक बार फिर नीतीश कुमार पर दबाव बनाने के लिए बीजेपी ने मंगलवार को हंगामा किया। बीजेपी ने कहा कि चार्जशीटेड तेजस्वी विधानसभा में कैसे बैठ सकते हैं, नीतीश कुमार इसका जवाब दें।
इधर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी ने तेजस्वी यादव को मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखाने के लिए नीतीश कुमार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। पटना में पत्रकारों से बातचीत में माझी ने कहा कि नैतिकता का तकाजा है कि उन्हें खुद पद छोड़ देना चाहिए। अगर खुद से नहीं छोड़ते हैं तो नीतीश कुमार को उनसे इस्तीफा ले लेना चाहिए। मांझी ने 2005 की एक आपबीती मीडिया को सुनाई।
पूर्व सीएम ने कहा कि 2005 में मेरे साथ ऐसी बात हो चुकी है। उस समय सरकार बनने पर मैंने मंत्री पद की शपथ ली। इसी बीच मीडिया में बात उठने लगी की एक दागी को मंत्री बना दिया गया। बात सामने आने के 4 घंटे के भीतर ही नीतीश कुमार ने मुझसे इस्तीफा ले लिया। उन्होंने कहा कि मुझ पर सिर्फ एफआईआर दर्ज था तो इस्तीफा ले लिया गया लेकिन, तेजस्वी यादव तो चार्जशीटेड हैं। आज वही नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं ।तेजस्वी यादव से जल्द से जल्द इस्तीफा लेकर अपनी नैतिकता को बरकरार रखना चाहिए।