दरभंगा-समस्तीपुर रेलखंड पर टला बड़ा हादसा, ब्रेक बाइंडिंग की वजह से धुआं निकलने से मची अफरा-तफरी
दरभंगा-समस्तीपुर रेलखंड पर थलवारा के पास ब्रेक बाइंडिंग की वजह से बिहार संपर्क क्रांति सुपरफास्ट के पहिए से अचानक धुंआ निकलने लगा जिससे यात्रियों के बीच अफरा-तफरी मच गयी। यह ट्रेन दरभंगा से नई दिल्ली जाती है।
बिहार संपर्क क्रांति सुपरफास्ट के एस-2 कोच में ब्रेंक बाइंडिंग के कारण अचानक धुआं निकलने लगा। ट्रेन के पहिये से धुआं निकलता देख ड्राइवर ने तुरंत गाड़ी को रोक दिया। लोको पायलट ने इस दौरान सूझबूझ का परिचय देते हुए इसे तत्काल बंद कर दिया। लोको पायलट यदि ऐसा नहीं करते तो बड़ी घटना हो सकती थी। समस्तीपुर रेल मंडल के डीआरएम ने भी इस घटना की पुष्टि की है।
घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि दरभंगा से चलकर बिहार संपर्क क्रांति सुपरफास्ट नई दिल्ली जा रही थी। उसी क्रम में थलवारा स्टेशन से कुछ ही दूरी के बाद S2 बोगी के ब्रेक बाइंडिंग की वजह धुआं निकलने लगा। जिसे देखकर ट्रेन में सवार यात्रियों के बीच हड़कंप मच गया। आनन-फानन में लोग ट्रेन से नीचे उतर गये। जिसके बाद ट्रेन के ड्राइक ने ट्रेन को रोका। जिसके बाद धुआं पर काबू पाया गया। करीब 15 मिनट तक गाड़ी वही ठहरी रही। रेलवे की ओर से बताया गया कि ट्रेन में आग नहीं लगी थी बल्कि ब्रेक बाइंडिंग के कारण धुंआ निकला था।
ब्रेंक बाइंडिंग ( BRAKE BINDING) है क्या?
ट्रेन के संचालन के दौरान लोको पायलट और गार्ड आवश्यकतानुसार ट्रेन की गति पर नियंत्रण करने के लिए या ट्रेन को स्थिर स्थिति में लाने के लिए ब्रेक अप्लीकेशन का काम करते हैं। सामान्य ब्रेक अप्लीकेशन के समय ही ब्रेक ब्लॉक पहिये से जकड़कर उसकी चाल के लिए अवरोध उत्पन्न करता है। लेकिन जब ब्रेक अप्लीकेशन/ ब्रेक पावर की आवश्यकता न हो तब ब्रेक प्रणाली या ब्रेक रिगंग के किसी दोष के कारण ब्रेक ब्लॉक स्वचालित होकर ऑटोमैटिक पहिये से जकड़ जाते है या ब्रेक रिलीज प्रक्रिया के समय पहिये से ब्रेक ब्लॉक अलग नहीं हो पाते हैं। ऐसी परिस्थिति को ब्रेक बाइडिंग / ब्रेक पावर जाम कहते हैं ।