बिहार: सिरियल किलर अरेस्ट, 9 दिन में किए 3 मर्डर; स्मैक की लत के लिए पहले की चोरी, फिर हत्या
स्मैक की लत पूरी करने के लिए चोरी की वारदात के दौरान अलग-अलग जगहों पर सोए हुए तीन लोगों की हत्या करने वाला कोल्हुआ पैगम्बरपुर का लकड़हारा निकला। मृतकों के मोबाइल के चालू होने के बाद पुलिस को उसका सुराग मिला। इसके बाद विशेष टीम ने छापेमारी कर आरोपित लकड़हारा शिवचंद्र पासवान उर्फ भलवा उर्फ भाला को गिरफ्तार कर लिया। तीन हत्याओं के बाद बीते आठ मई से अहियापुर में पुलिस गश्त लगा रही थी।
लकड़हारा ने पुलिस को बताया कि वारदात में चुराए मोबाइल को एक से डेढ़ हजार रुपये में बेचता था, जिससे स्मैक खरीदकर पीता था। रुपये खत्म होने पर फिर चोरी के लिए शिकार ढूंढता था। भोर में तीन से पांच बजे के बीच निकलता था। सोए हुए व्यक्ति के सिर पर पीछे से शटरिंग का तख्ता उखाड़ने वाले खंती से वार करता था और मोबाइल लेकर फरार हो जाता था। कोल्हुआ पैगंबरपुर में 500 मीटर के दायरे में उसने सभी वारदातों को अंजाम दिया है। चोरी का मोबाइल घर लाने के बाद बंद करता था। चार वारदातों में तीन मोबाइल उसने घर पर लाकर बंद किया। सुबह में मोहल्ला की चाय बेचने वाली महिला को मोबाइल दे देता था। महिला मोबाइल बेचकर उसे रुपये दे देती थी।
एसएसपी राकेश कुमार ने बताया कि शिवचंद्र पासवान ने पहली घटना 29 अप्रैल को राजेंद्रनगर मोहल्ले में दुलारे के साथ की। उसके सिर पर वार कर मोबाइल चोरी कर लिया। दुलारे अब तक अस्पताल में है। इसके बाद 30 अप्रैल की अहले सुबह संगम घाट के पास चिकित्सक के गार्ड सुरेश पासवान की हत्या कर दी। मजदूरों के आने की भनक लगने पर सुरेश का मोबाइल नहीं ले जा सका। तीसरी घटना एक मई की अहले सुबह तीन बजे बजरंग बिहार कॉलोनी में की। मोबाइल चोरी करने के लिए उसने पूर्वी चंपारण के पकड़ीदयाल निवासी मुस्तफा अंसारी की हत्या कर दी। चौथी घटना आठ मई को आयाची ग्राम में की। खटाल में सोए समस्तीपुर के बंगरा थाना के सरसौना निवासी शंकर कुमार की हत्या कर उसका मोबाइल चोरी कर लिया।
मृतकों के मोबाइल ऑन होते मिला लकड़हारे का लोकेशन :
डीआईयू की टीम ने चोरी गए सभी मोबाइल को सर्विलांस पर रखा था। तीन दिन पहले दुलारे का मोबाइल चालू हुआ। पुलिस ने उसका लोकेशन लेना शुरू किया। मोबाइल के साथ कोल्हुआ का एक युवक धराया। उसने बताया कि मोबाइल महिला चाय दुकानदार से खरीदा है। इस बीच मृतक शंकर कुमार का मोबाइल भी चालू हुआ। इसमें दो सिम लगाए गए थे। मोबाइल के साथ एक युवक को पकड़ा गया और उसमें सिम लगाने वाले दूसरे युवक को उठाया गया। उन दोनों ने भी महिला चाय दुकानदार से मोबाइल खरीदने की बात बताई। इसके बाद पुलिस ने महिला चाय दुकानदार को पूछताछ के लिए उठाया। उसने बताया कि दोनों मोबाइल उसे लकड़हारा शिवचंद्र पसवान ने दिये थे। इस तरह पुलिस ने शिवचंद्र पासवान को उठाया गया। उसके घर से मृतक मुस्तफा अंसारी का मोबाइल मिला। उसने पूछताछ जुर्म कबूल लिया।
तीन युवक व महिला चाय दुकानदार बनी वादा माफ गवाह :
एसएसपी ने हत्या के बाद चोरी गए मोबाइल खरीदने वाले तीनों युवक और चाय बेचने वाली महिला को कांड में सरकारी गवाह बनाया गया है। तीनों वादा माफ गवाहों का शुक्रवार को न्यायालय में 164 के तहत बयान दर्ज कराया जाएगा। एसएसपी ने बताया कि चारों गवाह हत्या में शामिल नहीं थे। उन्होंने अंजाने में मोबाइल खरीदा था, इसलिए उनकी गवाही इस हत्याकांड में महत्वपूर्ण है। इसके आधार पर शिवचंद्र पासवान को सजा होगी।
पहली घटना पर सक्रिय नहीं हुई पुलिस, हो गई तीन हत्याएं:
29 अप्रैल को राजेंद्र नगर में दुलारे के सिर पर वारकर मोबाइल चोरी की घटना को पुलिस ने हल्के में लिया था। अब तक दुलारे के साथ हुई घटना की एफआईआर दर्ज नहीं हुई है। वह जिंदगी और मौत से दो हफ्ते तक जूझता रहा। दुलारे के साथ हुई घटना को गंभीरता से लेकर पुलिस कोल्हुआ पैगंबरपुर इलाके में सक्रिय नहीं हुई थी। इसके बाद वारदात को अंजाम देने वाला लकड़हारा शिवचंद्र ने मोबाइल चोरी के लिए एक के बाद एक तीन हत्याओं को अंजाम दे दिया। सवाल उठे तो पुलिस इलाके में रतजगा करने लगी। एसएसपी, सिटी एसपी, नगर डीएसपी और थानेदार ने कोल्हुआ पैगंबरपुर में रतजगा कर गश्त शुरू की। तब आठ मई के बाद वारदात को अंजाम देने की शिवचंद्र पासवान को दूसरी घटना करने की मोहलत नहीं मिली। वह घर से चोरी के लिए निकलता, लेकिन पुलिस को गश्त करते देख लौट आता था।