हिंसा के बीच मणिपुर में फंसे बिहारी स्टूडेंट्स की वापसी, 163 छात्रों को लेकर पटना पहुंचा विशेष विमान
बिहार के सीएम नीतीश कुमार के प्रयास से मणिपुर हिंसा में फंसे बिहार के स्टूडेंट्स की राज्य वापसी हुई. इन छात्रों को एक विशेष विमान से पटना लाया गया है. पटना पहुंचने के बाद बिहार सरकार के अधिकारियों ने इन्हें फूल देकर स्वागत किया. वहीं सकुशल बिहार वापसी के बाद छात्रों ने भी राहत की सांस ली. छात्रों ने बिहार सरकार को शुक्रिया कहा और बताया कि वहां वो बहुत डरे हुए थे. छात्रों ने कहा कि जहां वह रुके हुए थे वहां से कुछ दूर पर बमबारी हो रही थी. पटना लौटे 163 छात्रों में झारखंड के भी 21 छात्र थे इन्हें बस से रांची रवाना किया गया है.
मणिपुर में मैतेई समुदाय के आरक्षण की मांग को लेकर हिंसक प्रदर्शन के बाद वहां बिहार के छात्र फंसे हुए थे. बिहार के 300 से ज्यादा छात्रों के वहां फंसे होने की बात कही जा रही थी ये सभी छात्र अलग-अलग शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई कर रहे हैं. इसके बाद बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने इनकी सकुशल वापसी के इंतजाम के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया था.
सीएम ने दिया था अधिकारियों को निर्देश
नीतीश कुमार ने बिहार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी को मणिपुर के मुख्य सचिव से संपर्क स्थापित कर बिहार के छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित कराने के लिए कहा था. इसके साथ ही सीएम नीतीश कुमार ने मुख्य सचिव को कहा था कि मणिपुर में रहने वाले जो छात्र बिहार लौटना चाहते हैं उनके लौटने का व्यवस्था कराएं. इसके बाद मंगलवार को मणिपुर के इंफाल से 163 छात्रों को लेकर 8.40 बजे प्लाइट पटना के लिए रवाना हुई और करीब 11 बजे पटना एयरपोर्ट पहुंची. छात्रों के रिसीव करने उनके परिजन एयरपोर्ट पहुंचे थे. अपने बच्चों को सकुशल देखकर उनकी खुशी देखी जा सकती थी.
मणिपुर में आरक्षण के लिए हिंसा
दरअसल मणिपुर में मैतेई आरक्षण विवाद को लेकर हिंसा भड़क गई थी. हालाकि अब स्थिति नियंत्रन में है. यहां नागा, कुकी और मैतेई समुदाय के बीच हिंसा भड़क गई थी. मैतेई समुदाय जहां आरक्षण की मांग रही है वहीं नागा और कुकी समुदाय इसका विरोध कर रहा है. मणिपुर हाई कोर्ट ने मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने का आदेश सरकार को दिया है.