पटना में 1.8KG यूरेनियम मिलने की सूचना पर बिहार एटीएस और पुलिस में खलबली! पकड़े गए 9 लोगों में 2 नेपाली नागरिक
पटना पुलिस ने एटीएस के इनपुट पर यूरेनियम के दो पैकेट 900-900 ग्राम यानी 1.8 KG को जब्त किया है, ऐसे खबर आ रही थी। इसके बाद एडीजी मुख्यालय के जे एस गंगवार ने बयान दिया और कहा कि अभी तक यह ठगी का मामला प्रतीत होता है। राजेंद्र नगर रेलवे स्टेशन के पास से कुल 9 लोगों को गिरफ्तार होने की सूचना अभी तक मिली है। इसमें 3 पूर्णिया,2 मोतिहारी, 2 पटना और 2 नेपाल के रहने वाले युवक है।
पुलिस ने कहा प्रारंभिक जांच में ठगी का मामला
जीएस गंगवार ने कहा कि प्रारंभिक जांच में यह ठगी का मामला लग रहा है इसमें कोई भी दुर्लभ पदार्थ नहीं बरामद हुआ है, युवकों द्वारा ऐसा पदार्थ कह करके इसे बेचने का प्रयास किया जा रहा था। जब मीडिया ने उनसे सवाल किया है कि जो पदार्थ बरामद किए गए हैं वह असलियत में है।
क्या इस पर उन्होंने कहा कि यह आगे फॉरेंसिक जांच का विषय है, लेकिन उसमें कोई भी केमिकल, बायो लॉजिकल और रेडियोएक्टिव मैटेरियल नहीं है। उन्होंने कहा कि वरीय पुलिस अधीक्षक ने बताया है कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम ने जांच किया है लेकिन उसमें ऐसा किसी भी तरह का रेडियोएक्टिव मैटेरियल नहीं पाया गया है।
संदिग्ध पदार्थ की जांच में जुटी पुलिस
अब आखिरकार इन लोगों के पास जो संदिग्ध पदार्थ बरामद हुआ है वह यूरेनियम है या फिर यह गिरोह यूरेनियम के नाम पर लोगों से लाखों रुपए की ठगी कर रहे थे। इसकी जानकारी के लिए पुलिस जांच में जुट गई है। वही पुलिस ने इसको लेकर कहा है कि प्रारंभिक जांच में यह पाया गया है कि यह किसी भी तरह का रेडियो एक्टिव पदार्थ नहीं है। अब आगे की जांच के लिए इसे फॉरेंसिक लैब भेजा जाएगा।
क्रेटा कार भी बरामद
दुर्लभ रेडियोएक्टिव धातु यूरेनियम की तस्करी से संबंधित गुप्त सूचना के आधार पर 18 जनवरी से लेकर 19 जनवरी तक लगातार एटीएस बिहार की टीम की ओर से पत्रकार नगर थाना पुलिस के साथ मिलकर सूचना को विकसित करते हुए कार्रवाई की गई। इस कार्रवाई में कुल 9 लोगों को राजेंद्र नगर ओल्ड बाईपास के पास से एक काला रंग का क्रेटा कार के साथ हिरासत में लिया गया।उन लोगों के पास से काले रंग के लेदर में दो थैले बरामद हुए जिस पर अंग्रेजी में लिखा था यूरेनियम मेड इन यूएसए लिखा था। काला रंग का एक क्रेटा कार रजिस्ट्रेशन नंबर BR01FL6784।
सभी पेशेवर गिरोह के सदस्य
प्रारंभिक जांच में यह पाया गया कि हिरासत में लिए गए सभी 9 व्यक्ति वास्तव में दुर्लभ रेडियोएक्टिव धातु यूरेनियम की तस्करी के नाम पर ठगी करने वाले पेशेवर गिरोह के सदस्य हैं। यह लोग पदार्थ को लेदर के बैग में भरकर उस पर यूरेनियम और उसकी विशेषताओं को अंग्रेजी में लिखकर तथा उस पर मेड इन यूएसए अंकित कर उसे उचित कीमत में बेचने का काम करते हैं।
कौन-कौन है आरोपी
1.संतलाल भारती, उम्र 52 साल, थाना मरुआडीह।
2. अरुण कुमार उम्र, 35 वर्ष, थाना सरसी।
3. विवेक कुमार पटेल उम्र 33 वर्ष, थाना मसौढ़ी।
4. रंजन कुमार उम्र 33 वर्ष, थाना सरसी।
5. विश्वनाथ यादव उम्र 45 वर्ष, थाना भवानीपुर।
6. अनुज कुमार उम्र 31 वर्ष, थाना सरसी।
7. बैजुलाल दास उम्र 43 वर्ष, थाना-बरहतवा।
8 . रामशंकर ठाकुर उम्र 33 वर्ष, थाना-सरसी।
9. राम बाबू सिंह उम्र 51 वर्ष, थाना- चिडैया।