‘जब मैं रेल मंत्री था, ढेर सारी नौकरियां देता था’, CM नीतीश कुमार ने की अलग रेल बजट की मांग
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भारतीय रेलवे के लिए अलग बजट पेश करने की मांग की है। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि अलग रेल बजट के बहुत सारे महत्व हैं। नीतीश कुमार अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में रेल मंत्री थे। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि सरकार पहले एक अलग रेल बजट के जरिए कई नौकरियां प्रदान करती थी और सभी समाचार पत्रों में इसकी चर्चा होती थी।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नालंदा में मीडिया से बात करते हुए कहा, ”जब मैं रेल मंत्री था तो हम लोगों को ढेर सारी नौकरियां देते थे। संसद में जब रेल बजट पेश किया गया तो तमाम अखबारों में चर्चा हुई। मैं चाहता हूं कि सदन में अलग से रेल बजट पेश किया जाए।”
जाति जनगणना पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने हमारे पक्ष में फैसला दिया है, ये सबके हित में है। जाति जनगणना तो केंद्र सरकार का काम है हम तो राज्य में कर रहे हैं। एक-एक चीज की जानकारी होगी तो विकास के काम को बढ़ाने में सुविधा होगी।
2017 से नहीं पेश हो रहा है अलग रेल बजट
रेल बजट को 2017 में केंद्रीय बजट के साथ मिला दिया गया था और तब से इसे वित्त मंत्री द्वारा मुख्य बजट के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है।
बता दें कि केंद्र सरकार 1 फरवरी को पेश किए जाने वाले बजट दस्तावेज को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में है। अगले वित्तीय वर्ष के लिए वार्षिक बजट तैयार करने की औपचारिक कवायद 10 अक्टूबर से शुरू हुई। 2024 के अप्रैल-मई में अगले लोकसभा चुनाव होने हैं। आगामी बजट मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट होने की संभावना है।