बीजेपी को राजद की ललकार, आलोक मेहता बोले- किसी की बपौती नहीं हिंदुत्व, नागपुर में बैठे हैं आज के ‘शोषक’
बिहार में इन दिनों सियासी बयानबाजी अपने चरम पर है। भले ही लोकसभा चुनाव एक साल दूर हो लेकिन जीत के दावे सियासी दल करने लगे हैं। एक तरफ दरभंगा में बीजेपी राज्य कार्यकारिणी की बैठक हुई। जिसके बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि बीजेपी बिहार की 40 में से 36 सीटें जीतेगी। जिसके बाद सीएम नीतीश कुमार ने इस बयान को बोगस करार दिया तो अब वहीं नीतीश के मंत्री और आरजेडी नेता आलोक मेहता ने भी बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्होने कहा कि हिंदुत्व किसी की बपौती नहीं है। आने वाले चुनाव में किसकी कितनी ताकत है पता चल जाएगा।
नागपुर में जो लोग बैठे हैं वो आज के शोषक हैं
राजद कार्यालय परिसर में मीडिया से बातचीत के दौरान राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री आलोक मेहता ने आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि नागपुर में जो लोग बैठे हुए है, वो आज शोषक है। जगदेव बाबू ने शोषक वर्ग के खिलाफ ही 100 में 90 भाग की हिस्सेदारी और हक की बात कही थी। और ये 10 फीसदी व्यवस्था के भाग हैं जो समय-समय पर बदलते रहते हैं।
आलोक मेहता ने कहा कि एक फरवरी को शहीद जगदेव प्रसाद शताब्दी समारोह का आयोजन किया जाएगा। ये कार्यक्रम बापू सभागार में होगा। जिसका उद्घाटन डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव करेंगे। इस मौके पर राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंब भी मौजूद थे।
आलोक मेहता के बयान पर मचा था बवाल
इससे पहले राजस्व मंत्री आलोक मेहता के उस बयान पर विवाद खड़ा हो गया था। जिसमें मेहता ने कहा था कि जो लोग 10% आबादी के रूप में गिने जाते हैं, वो मंदिरों में घंटी बजाते थे और अंग्रेजों के एजेंट थे। जिसके बाद उन्होने अपने इस बयान पर सफाई देते हुए कहा था कि उनके बयान को गलत तरीके और तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया।
मेहता ने कहा था कि मैंने किसी जाति के संदर्भ में बयान नहीं दिया। मेरे कहने का मतलब यह है कि हमेशा 90% आबादी जो उत्पीड़ित है और 10% आबादी जो उन पर शासन करती है, उसके बीच हमेशा लड़ाई होती रही है। पूर्व में आजादी के समय, 10% आबादी ब्रिटिश थी जबकि 90% आबादी मूल निवासी थी। उन्होंने अपने बयान पर सफाई देने के लिए एक वीडियो भी जारी किया।