बिहार: छपरा के बाल सुधार गृह में मर्डर, मामूली विवाद में बाल कैदियों ने होमगार्ड की चाकू मारकर की हत्या
छपरा रिमांड रूम के बाल कैदियों द्वारा ड्यूटी पर तैनात सिपाही को चाकू घोंपकर हत्या कर देने का मामला सामने आया है। मृतक की पहचान कोप थाना क्षेत्र के मजलिसपुर निवासी चंद्रभूषण सिंह के रूप में हुई हैं। मृतक पर्यवेक्षक गृह में ड्यूटी पर तैनात थे। वहीं मौत के बाद अफरा-तफरी का माहौल हो गया। घटना के बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप का माहौल है। फिलहाल पुलिस अधीक्षक सहित वरीय अधिकारी घटनास्थल पर पहुच जांच कर रहे हैं। वहीं मौत के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल छपरा भेज दिया है।मौत की खबर सुनने के बाद परिजनों में कोहराम मच गया।
सहकर्मियों ने कहा- चिल्लाने की आवाज आई थी
घटना के बारे में जानकारी देते हुए सहकर्मियों ने बताया कि शनिवार की सुबह सभी लोग ड्यूटी पर तैनात थे। इसी क्रम में होम गार्ड के जवान चंद्रभूषण सिंह भी ड्यूटी पर तैनात थे। तभी पर्यवेक्षक गृह के अंदर कमरे से चिल्लाने की आवाज आई। साथ में ड्यूटी करने वाले सहकर्मी जब पास पहुचे तो चंद्रभूषण सिंह खून से लथपथ जमीन पर गिरे पड़े थे, जिन्हें आनन-फानन में इलाज के लिए सदर अस्पताल छपरा ले जाया गया। जहां जांच उपरांत ड्यूटी पर तैनात चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
छपरा के भगवान बाजार थाना क्षेत्र के छत्रधारी बाजार स्थित मंडल कारा के दक्षिणी हिस्से में बाल सुधार गृह पर्यवेक्षक गृह है, जहां बाल कैदियों द्वारा घटना को अंजाम दिए जाने की बात कही जा रही है। बाल सुधार गृह में नाबालिग कैदी को रखा जाता है। सारण जिला सहित आसपास के 3 जिले के अपराध के दोषी नाबालिगों को छपरा स्थित पर्यवेक्षक गृह में रखा जाता है।
बाल सुधार गृह में कहां से आया चाकू?
छपरा के बाल सुधार गृह में हुए हत्याकांड ने सुरक्षा पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। आखिर बाल कैदियों के पास चाकू कहां से आया। बाल सुधार गृह में जारी तनाव की सूचना उच्च अधिकारियों को क्यों नहीं दी गई। बाल सुधार गृह में हउई इस घटना पर अधिकारी भी चुप्पी साधे हैं। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।






