हंगामेदार रहेगा बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र, बीजेपी अभी से दिखा रही तीखे तेवर
बिहार विधानमंडल का मंगलवार से शुरू होने वाला शीतकालीन सत्र कई मायनों में विशेष रहेगा। पांच दिवसीय सत्र के दौरान विपक्ष ने सरकार को विधि-व्यवस्था के मुद्दे से लेकर अफसरशाही, भ्रष्टाचार और अराजकता जैसे विषय पर घेरने की तैयारी की है। साथ ही विभिन्न विभागों में हुई धांधली, लंबित जांच रिपोर्ट को दबाने और गड़बड़ियां उजागर होने के बाद भी कार्रवाई के बजाए लीपापोती को लेकर विपक्ष के मुखर रहने की आशंका है।
सरकार को इन मुद्दों पर घेरने की तैयारी में भाजपा
विपक्ष के तेवर को देखते हुए लगता है कि 13 से 19 दिसंबर तक चलने वाला सत्र हंगामेदार रहेगा। सत्र के दौरान दोनों सदन में भाजपा तेवर में रहेगी। शराबबंदी, लंबित नियुक्ति प्रक्रिया और श्रम संसाधन के लंबित जांच रिपोर्ट दोनों सदन पेश नहीं करने पर भाजपा जवाब मांगेगी। विधानसभा में भाजपा विधानमंडल दल के नेता विजय सिन्हा और विधान परिषद में सम्राट चौधरी कई बिंदुओं सरकार को घेरने की तैयारी कर रखी है।
सत्र के दौरान होंगी पांच बैठक
सत्र के पहले से ही इन मुद्दों को लेकर भाजपा हमलावर है। ऐसे में सत्र के दौरान सदन के हंगामेदार रहने के आसार हैं। वहीं, सरकार की ओर से संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने भी विपक्ष के एक-एक सवाल के जवाब देने की तैयारी है। सात दिनों तक चलने वाले सत्र के दौरान कुल पांच बैठक होंगी। सदन के पहले ही दिन सरकार वित्तीय वर्ष 2022-23 का द्वितीय अनुपूरक बजट पेश करेगी। विधानमंडल सत्र आहूत करने की मंत्रिमंडल की स्वीकृति के बाद संसदीय कार्य विभाग ने शीतकालीन सत्र का विस्तृत कार्यक्रम जारी कर दिया है।
तीन सदस्यों का कराया जाएगा शपथ ग्रहण
सदन के पहले दिन 13 दिसंबर को तय कार्यक्रम के अनुसार पहली पाली में सदन की कार्यवाही प्रारंभ होने के बाद नवनिर्वाचित तीन विधायकों का शपथ ग्रहण कार्यक्रम होगा। मोकामा से नीलम देवी, गोपालगंज से कुसुम देवी और कुढ़नी से जीते केदार गुप्ता शपथ लेंगे। इसके बाद राज्यपाल द्वारा स्वीकृत अध्यादेश की प्रतियां सदन पटल पर रखी जाएंगी। पहले ही दिन सरकार सदन में वित्तीय वर्ष 2022-23 का द्वितीय अनुपूरक बजट पेश करेगी।
दो दिन नहीं चलेगा सत्र
14 दिसंबर को सदन के दूसरे दिन गैर सरकारी सदस्यों के कार्य और गैर सरकारी संकल्प लिए जाएंगे। जबकि 15 और 16 दिसंबर को राजकीय विधेयक एवं अन्य राजकीय कार्य सदन में लिए जाएंगे। 17 और 18 दिसंबर को शनिवार और रविवार पड़ने के कारण बैठक नहीं होगी। शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन 19 दिसंबर को सदन में पेश हो चुके द्वितीय अनुपूरक बजट पर सामान्य वाद विवाद होगा और सरकार का जवाब भी होगा। आखिरी में विनियोग विधेयक लिया जाएगा। इसके बाद सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित कर दी जाएगी। जदयू के साथ महागठबंधन सरकार बनने के बाद सरकार का यह पहला शीतकालीन सत्र होगा।