बिहार के अरवल में मां-बेटी को जिंदा जला दिया, इज्जत लूटने में विफल रहने पर युवक ने ले ली जान
बिहार के अरवल जिले के परासी थाना क्षेत्र के चकिया गांव में दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। सोमवार की देर रात दुष्कर्म की नीयत से घर में घुसे गांव के एक युवक ने मंसूबे में विफल होने पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी। घर में आग लगने से मां-बेटी गंभीर रूप से झुलस गईं। आग देख मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने किसी तरह उन्हें वहां से निकालकर सदर अस्पताल अरवल पहुंचाया। वहां से दोनों को पीएमसीएच रेफर कर दिया गया। परासी थाना अध्यक्ष अंजित कुमार के अनुसार मां सुमन देवी 32 वर्ष व उसकी सात वर्षीय पुत्री राधिका कुमारी की पटना में इलाज के दौरान अलसुबह मौत हो गई।
ग्रामीणों ने बताया कि सुमन देवी का पति अंजित पासवान उर्फ जटा पासवान पांच दिन पहले आठ लीटर देसी शराब के साथ पकड़ा गया था। वह जेल में है। गांव के ही गोपी महतो का बेटा नंद कुमार महतो उसकी पत्नी पर हमेशा बुरी नजर रखता था। अंजित के जेल जाते ही उसे मौका मिल गया। अकेला पाकर हमेशा वह सुमन के साथ छेड़छाड़ करता था। वह विरोध करती तो वह धमकाता था। आरोप है कि हर रात वह उसके घर आ धमकता था। महिला के विरोध के बाद लौट जाता था।
सोमवार की रात भी शराब के नशे में धुत होकर सुमन देवी के घर पहुंचा और दुष्कर्म का प्रयास करने लगा। महिला ने किसी तरह अपना बचाव करते हुए घर से धक्का देकर नंदकुमार को बाहर निकाल दिया और दरवाजा बंद कर लिया। इससे आक्रोशित होकर आरोपित अपने घर गया। बाइक से पेट्रोल निकालकर लौटा। छप्पर पर पेट्रोल छिड़क आग लगा दी। घर का दरवाजा भी बाहर से बंद कर दिया।
देर से पहुंचे ग्रामीण, तब तक झुलस गईं थीं मां-बेटी
आग में घिरीं मां-बेटी चीखने-चिल्लाने लगीं। रात होने के वजह से गांव वाले देर से पहुंचे। तब तक छप्पर जलकर मां बेटी पर गिर चुका था। दोनों जलने लगीं। ग्रामीणों ने दरवाजा तोड़कर मां-बेटी को किसी तरह घर से बाहर निकाला। आनन-फानन इलाज के लिए सदर अस्पताल ले गए। दोनों की गंभीर स्थिति को देखते हुए चिकित्सकों ने तत्काल पटना रेफर कर दिया, जहां इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई। घटना की सूचना पर पहुंची परासी थाने की पुलिस ने ग्रामीणों की निशानदेही पर आरोपित नंद कुमार महतो को गिरफ्तार कर लिया।