बिहार में मंच पर दिखा कुर्सी का रोचक किस्सा, महागठबंधन प्रत्याशी के ऐलान के दौरान दो बड़े नेता के साथ हुआ दिलचस्प माजरा
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राजनीति में सीट भले मिल जाए, कुर्सी आसानी से नहीं मिलती। विधानसभा उपचुनाव में राजद के खाते में दोनों सीटों की उम्मीदवार तो आ गईं मगर राजद के बड़े-बड़े नेताजी को आसानी से कुर्सी नहीं मिली। अब इसे मेजबानी का सलीका कहिए या दरियादिली, मंगलवार को राजद कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में कुर्सी का ऐसा ही रोचक किस्सा दिखा।
कोई कुर्सी छोड़ने को तैयार नहीं
कार्यक्रम के लेकर बने मंच पर बमुश्किल चार से पांच कुर्सियों की ही जगह थी। इस पर हम के जीतन राम मांझी, राजद के भोला यादव, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा बैठ चुके थे। मोकामा से टिकट पाने वालीं नीलम देवी को भी जगह मिल गई। बाकी की कुर्सियों पर कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौड़ और वाम दलों के नेता बैठ गए। राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री आलोक मेहता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी के लिए कुर्सी ही नहीं बची। कोई कुर्सी छोड़ने को तैयार भी नहीं।
मंच की बाईं ओर दोनों वरीय नेता कुछ देर खड़े रहे फिर खुद ही कुर्सी का इंतजाम किया। एक-दो कार्यकर्ताओं को आवाज लगाई गई। इस बीच प्लास्टिक की खाली कुर्सियों की खोज शुरू हुई। किसी तरह कार्यकर्ता कुर्सी ढूंढकर लाए। नेताजी ने भीड़ के बीच मंच के बगल में बाईं ओर कुर्सी लगाई और बैठ गए। प्रेस वार्ता के समापन के बाद भी जब हाथ उठाकर एकजुटता का प्रदर्शन किया गया तो उदय नारायण चौधरी पहले तो पीछे से देखते रहे, बाद में किसी तरह खुद को एडजस्ट किया।
नीलम और मोहन महागठबंधन के उम्मीदवार
महागठबंधन के दलों ने विधानसभा उपचुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। मोकामा से अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी जबकि गोपालगंज से मोहन प्रसाद गुप्ता को महागठबंधन का उम्मीदवार बनाया गया है। दोनों उम्मीदवार राजद के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। मंगलवार को राजद कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में पूर्व मुख्यमंत्री एवं हम के संरक्षक जीतन राम मांझी ने महागठबंधन के नेताओं के साथ संयुक्त रूप से इसकी औपचारिक घोषणा की।
मांझी बोले-हम ही जीतेंगे दोनों सीट
मांझी ने कहा कि महागठबंधन के साथियों के साथ बैठक कर इसका निर्णय लिया गया है। पूरा विश्वास है कि हम दोनों सीटें जीतेंगे। इस दौरान राजद के राष्ट्रीय महासचिव भोला यादव, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राजेश राठौर, सीपीआइ माले के पूर्व राज्य सचिव केडी यादव, सीपीआइ एम के राज्य सचिव ललन चाौधरी और सीपीआइ के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य प्रमोद प्रभाकर भी मौजूद रहे।