छोड़ो कल की बात, करते हैं नई शुरुआत… तेजस्वी यादव के घर बेहद नरम दिखे नीतीश कुमार
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बदले-बदले सरकार नजर आते हैं…। राजभवन पहुंचकर सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद नीतीश कुमार जब तेजस्वी यादव से मिलने राबड़ी देवी के आवास पहुंचे तो उनका अंदाज कुछ ऐसा ही था। अकसर आरजेडी के शासनकाल को जंगलराज बताने वाले नीतीश कुमार उसके प्रति काफी नरम दिखे। यही नहीं आरजेडी के साथ मिलकर आगे बढ़ने की बातें भी कीं। उन्होंने राबड़ी देवी के आवास पर कहा कि आइए नई शुरुआत करते हैं। जो कुछ हुआ, उसे भूलकर हमें आगे बढ़ना है। बिहार के लिए काम करना है। यही नहीं 2017 में आरजेडी से गठबंधन तोड़ने को लेकर नीतीश कुमार ने अफसोस भी जताया।
राजभवन से इस्तीफा देकर तेजस्वी यादव से मुलाकात करने पहुंचने को भी नीतीश कुमार की ओर से एक संकेत माना जा रहा है। इस बीच नीतीश कुमार को महागठबंधन का नेता चुन लिया गया है। बिहार की राजनीति पर नजर रखने वाले मानते हैं कि नीतीश कुमार की रणनीति ने भाजपा को इस बार करारा झटका दिया है।
कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार को बिहार की सियासत में अमित शाह के बढ़ते दखल से दिक्कत थी। लेकिन वह उनकी काट नहीं निकाल पा रहे थे। इसकी वजह यह थी कि एक तरफ भाजपा की सेंट्रल लीडरशिप उनकी सुनने को तैयार नहीं थी तो वहीं प्रदेश स्तर के नेता उन पर हमला बोलते थे। ऐसे में नीतीश कुमार ने पालाबदल का ही फैसला कर लिया।
नीतीश कुमार के इस फैसले को लेकर जानकारों का कहना है कि उन्हें अमित शाह जैसे नेता के मुकाबले तेजस्वी यादव से डील करना आसान होगा। तेजस्वी यादव उनसे उम्र में छोटे हैं और प्रशासनिक अनुभव भी कम है। इसके अलावा लालू यादव सीन से बाहर हैं। ऐसी स्थिति में नीतीश कुमार को लगता है कि वह तेजस्वी यादव से आसानी से डील कर लेंगे। उन्हें लगता है कि आरजेडी का जनाधार और अपनी छवि के सहारे वह आसानी से इस कार्यकाल को पूरा कर पाएंगे। यही वजह है कि नीतीश कुमार ने 5 साल से कम के अंतर में ही पालाबदल कर लिया है।
इस बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नीतीश कुमार पर धोखे का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने जनता और भाजपा को धोखा दिया है। जनता की ओर से एनडीए को मैन्डेट दिया गया था और उसका साथ छोड़कर नीतीश कुमार ने जनमत को अपमानित किया है। संजय जायसवाल ने कहा, ‘भाजपा बिहार के जनता के हितों को सोचती है। नीतीश कुमार की पार्टी ने कम सीट जीतीं। लेकिन पीएम मोदी के कहने पर हमने उन्हें सीएम बनाया। लेकिन जनता के साथ उन्होंने धोखा किया। बिहार की जनता कभी उन्हें माफ नहीं करेगी।’