समस्तीपुर मंडल में 15 दिवसीय सघन संरक्षा अभियान की शुरुआत, DRM ने कहा- “यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता”

समस्तीपुर : यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर रेलवे बोर्ड के निर्देश पर पूर्व मध्य रेल के समस्तीपुर मंडल में 15 दिवसीय सघन संरक्षा अभियान की शुरुआत की गई है। इस अभियान के तहत कोचिंग स्टॉक की संरक्षा सुनिश्चित की जायेगी। इसके तहत ट्रेनों में संभावित तकनीकी खामियों की पहचान कर समय रहते उनके निराकरण पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इस बाबत विज्ञप्ति जारी कर मंडल रेल प्रबंधक ज्योति प्रकाश मिश्रा ने बताया कि यात्रियों की संरक्षा भारतीय रेल की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
15 दिवसीय सघन संरक्षा अभियान के माध्यम से कोचिंग स्टॉकों की सूक्ष्म जांच कर संभावित जोखिमों की पहचान और उनका त्वरित निराकरण किया जा रहा है। इससे ट्रेन परिचालन और अधिक सुरक्षित और विश्वसनीय होगा। इस अभियान के माध्यम से ट्रेनों का संचालन पूरी तरह सुरक्षित, भरोसेमंद और संरक्षा मानकों के अनुरूप सुनिश्चित किया जाएगा। इस विशेष अभियान के अंतर्गत एलएचबी, आईसीएफ, वंदे भारत एक्सप्रेस, नमो भारत एक्सप्रेस, अमृत भारत एक्सप्रेस के साथ साथ मेमू और डेमू कोचों की गहन जांच की जा रही है।

रेलवे अधिकारियों के अनुसार अभियान का मुख्य उद्देश्य अंडरगियर परीक्षण, ट्रेन पार्टिंग की घटनाओं की रोकथाम और कोचों में अग्नि सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करना है। अभियान के दौरान कोचों के अंडरगियर में लगे बोगी, अंडरफ्रेम, फास्टनर्स, पाइप, जॉइंट्स सहित अन्य अवयवों की मानक प्रक्रिया के अनुसार सघन जांच की जा रही है। पिटलाइन और सिकलाइन पर वेल्डिंग क्रैक, जंग, फास्टनर्स की कसावट, एक्सल बॉक्स, सस्पेंशन सिस्टम, एयर ्प्रिरंग, एयर ब्रेक तथा डब्ल्यूएसपी सिस्टम की विशेष रूप से जांच की जा रही है।

ट्रेन पार्टिंग की घटनाओं को रोकने के लिए पारंपरिक कोचों में स्क्रू कपलिंग की कसावट और थ्रेड्स की स्थिति की जांच की जा रही है। वहीं एलएचबी कोचों में सीबीसी कपलर की लॉकिंग व्यवस्था, स्टिफनर प्लेट और माउंटिंग बोल्ट्स की स्थिति पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। वंदे भारत और अमृत भारत ट्रेनों में सेमी-ऑटोमैटिक और सेमी-परमानेंट कपलर्स की सही सेटिंग और टॉर्क मार्किंग की भी जांच की जा रही है। इसके अलावा कोचों में अग्नि सुरक्षा को लेकर भी विशेष सतर्कता बरती जा रही है।

पैंट्री कार और पावर कार में फायर डिटेक्शन एंड सप्रेशन सिस्टम तथा कोचों में फायर और स्मोक डिटेक्शन सिस्टम की कार्यशीलता की जांच की जा रही है। बैटरियों की स्थिति, अग्निशामक यंत्रों की उपलब्धता और उनकी वैधता सुनिश्चित की जा रही है। वहीं ज्वलनशील और विस्फोटक पदार्थों के अनधिकृत परिवहन पर रोक लगाने के लिए आरपीएफ और वाणिज्य विभाग द्वारा संयुक्त जांच अभियान भी चलाया जा रहा है। अभियान के दौरान मंडल और मुख्यालय स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा विभिन्न मेल, एक्सप्रेस, वंदे भारत, अमृत भारत, मेमू और डेमू ट्रेनों का निरीक्षण किया जा रहा है, ताकि किसी भी प्रकार की संरक्षा संबंधी कमी को समय रहते दूर किया जा सके।





