सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के पांचवें दिन पंडाल में उमड़ी श्रोताओं की भीड़, भक्तिमय हुआ हरपुर बोचहा गांव
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समस्तीपुर/विद्यापतिनगर :– प्रखंड क्षेत्र के हरपुर बोचहा गांव में दुर्गा मंदिर प्रांगण में चल रहे संगीतमय श्रीमद भागवत कथा के पांचवें दिन शुक्रवार को राम जन्म से राम विवाह तक प्रसंग सुनाया गया। कथा वाचक शंति दूत बालव्यास अरुण कुमार शास्त्री ने जब राम जन्म की कथा सुनाई तो श्रोता भाव विभोर हो गए।
उन्होंने उपस्थित श्रोताओं को कथा श्रवण कराते हुए कहा कि जब अयोध्या में भगवान राम का जन्म होने वाला था तब समस्त अयोध्या नगरी में शुभ शकुन होने लगे। भगवान राम का जन्म होने पर अयोध्या नगरी में खुशी का माहौल हो गया। चारों ओर मंगल गान होने लगे।
उन्होंने श्री राम की बाल लीलाओं का बखान करते हुए कहा कि बिना राम के जीवन में आराम नहीं मिल सकता है। रामकथा सभी के जीवन को आनंद व शांति करने वाली है। उन्होंने कथा प्रसंग में भगवान प्रभु राम के विवाह का सुन्दर वर्णन किया। कथावाचक ने सीता राम विवाह की कथा सुना श्रोताओं को भावविभोर कर दिया।
कथा श्रवण के दौरान कहा कि धैर्य के साथ जीवन में भगवान श्रीराम की मर्यादाओं को अपनाने से जीवन का कल्याण संभव है।भगवान राम की आंनद दायिनी कथा में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के धैर्य मधुरता साहस उदारता का वर्णन मिलता है।
कथा में भगवान की सुंदरता मनमोहक छवि का वर्णन किया। कथा पण्डाल मेंं मोैजूद श्रृद्धालुगण सुन्दर गीत-संगीत और भजनों के साथ भक्ति में लीन रहे। आयोजक प्रो संजीव कुमार सिंह, अपरेंद्र सिंह, अरुण कुमार सिंह, उमेश सिंह, पप्पू सिंह, अनिकेत सिंह टोनी सहित श्रद्धालु मौजूद थे।