अलर्ट: हल्के में न लें, समस्तीपुर में भी तेजी से बढ़ रहे डेंगू के मरीज, एक की हो चुकी है मौत
व्हाट्सएप पर हमसे जुड़े
समस्तीपुर :- समस्तीपुर जिले में डेंगू के 23 मरीज मिले हैं। इनमें से 21 मरीज समस्तीपुर के बाहर इलाज करा रहे हैं। सूचना है कि एक कारोबारी की डेंगू से पटना में इलाज के दौरान मौत हो गई। कारोबारी खानपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले बताए गए हैं। समस्तीपुर के डेंगू मरीजों की पहचान के बाद स्वास्थ्य महकमा में हड़कंप मच गया है। सिविल सर्जन ने सभी पीएचसी व अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक को अलर्ट रहने को कहा है।
यह भी पढ़े: समस्तीपुर में डेंगू से युवा व्यवसायी की मौत, पर्व-त्यौहार से पहले परिजनों में छाया मातम…
इसके साथ ही सदर अस्पताल समेत चारों अनुमंडलीय अस्पताल में डेंगू मरीजों के लिए वार्ड खोला है। सदर अस्पताल में 10 व दलसिंहसराय, रोसड़ा, पटोरी व पूसा अनुमंडलीय अस्पताल में 5-5 बेड डेंगू मरीजों के लिए आरक्षित किया है। उधर, चिह्नित मरीजों के घरों के आसपास फॉगिंग शुरू किया गया है। इसके साथ ही फ्लैक्स व हैंडबिल के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. विजय कुमार ने बताया मच्छरों से होने वाली बीमारियों में मलेरिया, फाइलेरिया, डेंगू, जापानी इन्सेफेलाइटिस, जीका वायरस, चिकनगुनिया, हेपेटाइटिस ए आदि प्रमुख हैं। इसके अलावा बहुत सारी बीमारियां हैं जो मच्छरों के काटने से होती। हालांकि, ये सभी बीमारियां अलग- अलग मच्छरों के काटने से होती हैं। लेकिन, सबसे अधिक मामले मलेरिया और डेंगू के ही आते हैं।
पुराने नशामुक्ति केंद्र को डेंगू वार्ड बनाया :
सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ गिरीश कुमार ने कहा कि पुराने नशामुक्ति केंद्र को डेंगू वार्ड बनाया गया है। यहां दस बेड की व्यवस्था की गई है। जहां मरीजों के लिए दवा के साथ ही मच्छरदानी की भी व्यवस्था की गई है।
बचाव के उपाय दिन में सोते समय भी लगाएं मच्छरदानी :
वीबीडीसी संतोष कुमार ने कहा कि दिन में भी सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें। मच्छर भगाने वाली क्रीम या दवा का प्रयोग दिन में भी करें। पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें। घर के सभी कमरों को साफ-सुथरा रखें। टूटे-फूटे बर्तनों, कूलर, एसी, फ्रिज में पानी जमा नहीं होने दें। पानी टंकी और घर के आसपास अन्य जगहों पर भी पानी नहीं जमने दें।