समस्तीपुर की बेटी डॉ. रेखा को मिला अंतर्राष्ट्रीय सम्मान, नेपाल के केंद्रीय स्वास्थय मंत्री ने काठमाण्डू में किया सम्मानित
समस्तीपुर :- समस्तीपुर जिले की बेटी और पड़ोसी जिला बेगूसराय की बहू डॉ रेखा कुमारी को एक दफा फिर से चिकत्सीय क्षेत्र में अपने उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मान मिला है और इस दफा उनको नेपाल के केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं जनसंख्या मंत्री भवानी प्रसाद खापुड़ ने काठमाण्डू में सम्मानित किया है। बीते शनिवार को काठमाण्डू के यूनाइटेड वर्ल्ड ट्रेड सेंटर भवन में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में डॉ रेखा कुमारी को सम्मानित करते हुए उन्हें महात्मा बुद्ध की प्रतिमा से सुसज्जित एक प्रतीक चिन्ह भेंट की गयी।
कार्यक्रम में भारत और नेपाल से आए अन्य सम्मानित चिकित्सकगण भी उपस्थित थे। बताते चलें की इससे पहले भी समस्तीपुर की बेटी बीते वर्ष भारत सरकार के केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास अठावले द्वारा सामाजिक एवं चिकित्सा क्षेत्र में अच्छे कार्य करने के लिए पुरस्कृत की जा चुकी हैं। डॉ रेखा कुमारी एससी/ एसटी रेलवे एसो, समस्तीपुर रेल मण्डल के पूर्व मण्डल मंत्री लालबाबू राम की पुत्री है। उनका मायका स्थानीय काशीपुर मुहल्ले में है। मंगलवार को वह समस्तीपुर में ही थी।
अपने संस्मरण साझा करते हुए उन्होने बताया की प्रारम्भ से ही वह स्वंय एवं उनके पति डॉ शेखर कुमार असहायों एवं जरूरतमंदों की सेवा में लगे रहे हैं। वैश्विक बीमारी कोरोना के दौरान और उसके बाद भी जब लोग एक दूसरे से दूरी बनाने में लगे थे, हमलोगों से जहां तक संभव हो पाया गरीब, निर्धन और बेसहारा लोगों की सेवा में कोई कोताही नहीं बरती। डॉ रेखा कुमारी ने बताया की राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पटल पर देश- विदेश के बुद्धिजीवी प्रतिनिधियों की उपस्थिति में बिहार का प्रतिनिधित्व कर सम्मान पाना, यह मेरे जीवन की अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है।
डॉ शेखर कुमार ने बताया की हमलोग कई दफा विशेष कैंपों का आयोजन कर जरूरतमन्द एवं लाचार लोगों को न केवल निःशुल्क चिकित्सीय परामर्श देते रहे हैं, बल्कि निःशुल्क दवाई का भी प्रबंध करते रहे हैं। पूर्व मण्डल मंत्री लालबाबू राम ने कहा की उनकी पुत्री को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय फ़लक पर मिली पहचान से न केवल वे खुश हैं, अपितु समस्तीपुर जिले के लिए भी यह गौरव का क्षण है। श्री राम ने बताया की शनिवार को जब उनकी पुत्री को ये अंतर्राष्ट्रीय उपलब्धि हासिल हुई है, तब से रेलवे के वरीय पदाधिकारियों के साथ ही जिले के कोने- कोने से उन्हे बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। उन्होने सभी को धन्यवाद देते हुए कहा की यह वाकई अविस्मरणीय पल है।

