अतुल सुभाष के समर्थन में एकजुट हुए समस्तीपुर के कारोबारी, पूसा बाजार बंद कर पोते को दादा को देने की मांग
अपनी पत्नी और ससुराल वालों की प्रताड़ना का शिकार होने के बाद बेंगलुरु में आत्महत्या करने वाले पूसा के वैनी बाजार निवासी पवन मोदी के पुत्र एआई इंजीनियर अतुल सुभाष को न्याय देने की मांग को लेकर रविवार को दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद रखी। इससे पूसा बाजार रोड में सन्नाटा पसरा रहा। आम दिनों की अपेक्षा व्यावसायिक वाहनों का भी कम परिचालन हुआ। दवा और एक दो आवश्यक सेवा वाली दुकानें ही खुली थीं। विदित हो कि अतुल को न्याय दिलाने की मांग को लेकर शनिवार शाम आम लोगों की बैठक में बाजार बंद रखने का निर्णय लिया गया था।
जिसके बाद दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकानें बंद रखीं और अतुल के समर्थन में कारोबारियों ने एकजुटता दिखाई। जिससे आम लोगों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ा। इधर, इस मामले में आरोपित पत्नी, साले और सास की गिरफ्तारी पर लोगो ने प्रसन्नता जताते हुए कहा कि जल्द से जल्द आरोपितों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। इसके साथ ही लोग अतुल सुभाष के पुत्र व्योम को दादा को सौंपने की भी मांग कर रहे थे। ताकि पीड़ित परिवार को सुकून मिल सके।

लोगों का कहना था कि जैसी प्रताड़ना से तंग आकर अतुल ने आत्महत्या की वह कठोर कार्रवाई के बाद भी पूरी नहीं हो सकती है। लेकिन न्याय व्यवस्था पर उठ रहे सवाल पर विराम लग सकता है।

इससे पूर्व शनिवार देर शाम राज्य के सूचना और जनसंपर्क मंत्री महेश्वर हजारी ने अतुल के परिजनों से मिलकर उन्हें ढाढस बढ़ाया। मामले में उन्होंने मुख्यमंत्री व एडवोकेट जनरल से मिलकर पोते की वापसी और जल्द से जल्द आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई के लिए पहल करने आश्वाशन दिया। वहीं रविवार को मोरवा विधायक रणविजय साहू पूसा बाजार पहुंचे और पीड़ित परिवार से मिलकर ढाढस बंधाया।




