स्कूल का ताला बच्चों से खुलवाया तो अब खैर नहीं, केके पाठक का शिक्षकों को नया फरमान
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने गुरुवार को सभी जिले के डीईओ और डीपीओ के साथ हाई लेवल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की. बैठक में सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वह यह सुनिश्चित करें कि उनके क्षेत्र में विद्यालयों में बच्चों से स्कूल के मुख्य द्वार के ताले नहीं खुलवाया जाए. केके पाठक ने कहा कि विद्यालयों के मॉनिटरिंग के क्रम में कई जगह से यह जानकारी सामने आई है कि स्कूल के मुख्य द्वार और स्कूल के कमरों के ताले छात्रों से खुलवाए जाते हैं.
केके पाठक का शिक्षकों को नया फरमान :
केके पाठक ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि स्कूलों के ताले बच्चों से खुलवाया जाना यह गंभीर मुद्दा है. आगे से इस प्रकार की उन्हें शिकायत मिलती है तो स्कूलों के प्रधानाचार्य और संबंधित पदाधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी. यह सुनिश्चित किया जाए कि स्कूलों के गेट और कमरों के ताले कार्यरत परिचारी, लिपिक अथवा प्राधिकृत शिक्षक के द्वारा ही खुलवाया जाए.
शिक्षक संघ ने कही ये बात :
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के इस निर्देश पर बिहार टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश संयोजक राजू सिंह ने कहा कि इस प्रकार के निर्देशों के माध्यम से अपर मुख्य सचिव समाचारों के सुर्खियों में बने रहना चाहते हैं. विद्यालयों में पहले से पालन होते रहा है और प्रधानाचार्य या संबंधित शिक्षक ही विद्यालय का मेन गेट खोलते हैं.
“यदि किसी कमरे का ताला खोलने के लिए अपने सामने छात्रों को शिक्षक निर्देशित करते हैं तो इसके माध्यम से वह बच्चों में बड़ों के आदेशों का अनुपालन सीखाते हैं. सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को रोजाना इस प्रकार का ऊलूल जूलूल दिशा निर्देश जारी कर शिक्षा विभाग शिक्षकों को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा है.“- राजू सिंह, प्रदेश संयोजक,बिहार टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ