अररिया जेल के अंदर से रची गई थी साजिश, पत्रकार विमल यादव मर्डर केस में पुलिस का खुलासा, 4 गिरफ्तार
बिहार के अररिया में पत्रकार विमल यादव हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ है। पत्रकार विमल की हत्या की साजिश जेल से रची गई थी। और इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले दो आरोपी क्रांति यादव और रूपेश अररिया और सुपौल जेल में बंद हैं। अररिया के एसपी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि इस हत्याकांड में नामजद 8 आरोपियों में 4 की गिरफ्तारी हो चुकी है। और अब अन्य आरोपियों की तलाश के लिए छापेमारी की जा रही है।
जेल में रची गई हत्याकांड की प्लानिंग
पुलिस ने बताया कि पत्रकार विमल हत्याकांड के तार जेल से जुड़ रहे हैं। पकड़े गए अपराधियों में कांड का मुख्य आरोपी भी शामिल है। आपको बता दें 18 अगस्त को विमल यादव को उनके घर के बाहर बुला कर गोली मार दी गई थी। जिसके बाद मौके पर ही उनकी मौत हो गई थी। विमल पर गोली चलाने वाले शख्स की भी गिरफ्तारी हो चुकी है। सुपौल जेल से धमकी देने वाला अपराधी रुपेश यादव पत्रकार विमल का पड़ोसी है, जो विमल को गवाही देने से मना कर रहा था।
पुलिस ने 4 आरोपियों को किया गिरफ्तार
क्रांति यादव और रूपेश के अलावा गिरफ्तार हुए आरोपियों में भरगामा थाना क्षेत्र का बिपिन यादव, रानीगंज थाना क्षेत्र के बेलसरा गांव के भवेश यादव, आशीष यादव और कोशकापुर पंचायत के वार्ड संख्या एक के उमेश यादव शामिल हैं। सभी अभियुक्तों को अलग अलग जगहों से देर रात को गिरफ्तार किया गया है। पत्रकार की हत्या मामले में मृतक विमल कुमार के पिता के बयान पर 8 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
गवाही न देने की मिल रही थी धमकी
जानकारी के मुताबिक सुपौल जेल में बंद अपराधी रुपेश यादव विमल को धमकी दे रहा था। अब पुलिस यह पता लगाने में जुट गई है कि सुपौल जेल में रूपेश यादव से मिलने के लिए कौन-कौन लोग जाते थे। और इस हत्याकांड के तार कहां-कहां से फैले हैं। आपको बता दें 18 अगस्त को पत्रकार विमल यादव को घर से बाहर बुलाकर सरेआम गोली मार दी थी। और हमलावर फरार हो गए थे। हालांकि पुलिस ने 24 घंटे में 4 आरोपियों को धर दबोचा है। और इस हत्याकांड का खुलासा कर दिया। पत्रकार विमल की हत्या के बाद से राज्य के पत्रकारों में आक्रोश हैं। इस हत्याकांड के विरोध में प्रदर्शन भी किया, और सीएम नीतीश से पत्रकारों की सुरक्षा गारंटी की मांग की।