पुलिस फायरिंग में युवक की मौत पर विपक्ष का सरकार पर हमला; नीतीश से मांगा इस्तीफा
बिहार के कटिहार जिले के बारसोई प्रखंड कार्यालय परिसर में बुधवार को बिजली कटौती को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस ने फायरिंग कर दी। इस फायरिंग में एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य लोग घायल हो गए। इस घटना को लेकर विपक्ष ने नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला है। नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने इस घटना की न्यायिक जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि बिहार में अराजकता का माहौल है। अपने हक की आवाज उठाने वालों पर बिहार सरकार या तो लाठी से मारती है या गोली से मार रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री से इस्तीफा दे देना चाहिए।
विजय सिन्हा ने कहा कि बिहार में अब लाठी और गोली के बल पर राज्य सरकार शासन करना चाहती है। बारसोई की घटना पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने भी राज्य सरकार के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार में अब प्रशासन और पुलिस के अधिकारी सरकार की पकड़ से बेलगाम हो चुके हैं।
वहीं घटना के बाद माले विधायक महबूब आलम ने भी घटना की न्यायिक जांच की मांग करते हुए राज्य सरकार से पीड़ित परिवार के परिजनों को 20-20 लाख रुपये की मुआवजा देने की मांग की है। वहीं राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता तारकिशोर प्रसाद ने कहा है कि महागठबंधन सरकार हर मोर्चे पर फेल है। पूरे बिहार में बिजली की हालत कैसी है, सबको पता है। बिजली की मांग कर रहे लोगों पर बारसोई में फायरिंग हुई है। नीतीश सरकार लाठी के बल पर आंदोलन को शांत करना चाहती है।
वहीं रालोजपा ने भी बारसोई में हुई घटना की न्यायिक जांच कराने और दोषी पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल ने कटिहार के बारसोई में बिजली कटौती को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस द्वारा गोली चलाए जाने और इसमें हुई मौत की घटना को बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।