बीजेपी प्रवक्ता ने छोड़ी पार्टी, पटना में लगवाया PM मोदी और मणिपुर के CM के खिलाफ पोस्टर
मणिपुर की घटना को लेकर सरकार के खिलाफ विपक्ष लगातार आवाज उठा रहा है और सरकार से इस पर जवाब देने को कह रहा है. इस बीच बिहार बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता विनोद शर्मा ने इस्तीफा देकर पूरे पटना में प्रधानमंत्री और मणिपुर के मुख्यमंत्री के होडिंग पोस्टर को लगा दिया है. मणिपुर की घटना के बारे में लिखा है कि किस तरह से बहन बेटियों के साथ अत्याचार हुआ और सरकार चुप है अब इसको लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है.
बीजेपी के प्रवक्ता विनोद शर्मा द्वारा पार्टी से इस्तीफा देने के बाद लगाए गए पोस्टर को लेकर बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा, बीजेपी का अगर प्रवक्ता होगा तो इस तरह के सवाल को खड़ा नहीं करेगा, क्योंकि उसे बेगूसराय, बंगाल की घटना याद होगा. केरल और राजस्थान की भी घटना याद होगा. बीजेपी का कोई प्रवक्ता ऐसा नहीं कर सकता है विनोद शर्मा बीजेपी के किसी पद पर नहीं थे.
जेडीयू के एमएलसी भीष्म साहनी ने कहा केंद्र में जो बीजेपी की सरकार है. वह बहरी और गूंगी सरकार है विपक्ष लगातार आवाज उठा रहा था जो मणिपुर की स्थिति है उसको लेकर, लेकिन प्रधानमंत्री का अभी तक कोई वक्तव्य नहीं आया. जेडीयू और विपक्षी दल आवाज उठा रहे थे. लेकिन कोई जवाब आज तक नहीं आया. बीजेपी के प्रवक्ता ने इस्तीफा के साथ पूरे पटना में होडिंग लगा दिया है. मणिपुर के मामले पर प्रधानमंत्री की तरफ से कुछ नहीं बोलना इससे बड़ा शर्म ना कुछ नहीं हो सकता है जब बीजेपी के प्रवक्ता इस्तीफा देकर वोटिंग लगवा रहे हैं इससे साबित होता है कि केंद्र में बीजेपी की सरकार महिलाओं और गरीबों की विरोधी सरकार है.
आरजेडी के विधायक रणविजय साहू ने कहा, जिस प्रकार से बीजेपी और एनडीए की सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देती है और इसी देश में मणिपुर में हमारे बेटी और महिलाओं के साथ अत्याचार होता है. विपक्ष लगातार यह बताने का काम कर रहा है कि कैसे देश शर्मसार हो गया. बीजेपी के प्रवक्ता ने पोस्टर लगाकर बता दिया. बीजेपी को शर्म करनी चाहिए निश्चित रूप से बीजेपी और एनडीए के नेताओं को जवाब देना चाहिए.
कांग्रेस के प्रवक्ता आनंद माधवन ने कहा, जो देश में स्थिति है और प्रधानमंत्री चुप्पी साधे हुए हैं सदन में जबाब कब देंगे, प्रधानमंत्री हो या बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष या बिहार प्रदेश के अध्यक्ष हो सबसे महत्वपूर्ण है कि पढ़े-लिखे लोगों को समझ में आता हैं और वह समझ पाते हैं. ऐसे में लोग बीजेपी में घुटन महसूस कर रहे हैं विनोद जी का फैसला स्वागत योग्य और अच्छा कदम है.