JDU सांसद के बेटे की कंपनी को 1600 करोड़ का एंबुलेंस ठेका, बीजेपी ने नीतीश सरकार को घेरा
बीजेपी ने बिहार के जहानाबाद जिले से जेडीयू सांसद चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी के बेटे की कंपनी को कथित रूप से 1600 करोड़ रुपये के एंबुलेंस ठेका देने पर नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला है। पटना साहिब के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को कहा कि हम मामले की जांच की मांग करते हैं। 102 एम्बुलेंस सेवा गर्भवती महिलाओं, शिशुओं और गंभीर रोगियों के लिए है और इसलिए सरकार इसकी गुणवत्ता से समझौता नहीं कर सकती है। बता दें कि अंग्रेजी अखबार ‘इंडियन एक्सप्रेस’ ने इस संबंध में एक विस्तार से रिपोर्ट प्रकाशित की है।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आपात एम्बुलेंस चलाने के लिए ऐसी कंपनी को ठेका दे दिया गया है, जिसके बारे में कई गड़बड़ियां पाई गई हैं। उन्होंने ‘इंडियन एक्सप्रेस’ की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि महिलाओं-नवजात के स्वास्थ्य से जुड़े मामले में नियमों की अनदेखी करना ठीक नहीं है। उन्होंने इस पर रोक लगाते हुए कहा कि जांच कराई जानी चाहिए कि गर्भवती महिलाओं और बच्चों के जीवन के साथ खिलवाड़ तो नहीं हो रहा है।
बीजेपी सांसद ने कहा कि ठेका देना नीतीश सरकार की ओर से पक्षपात का कार्य है। पीडीपीएल को 31 मई को राज्य भर में 2,125 एम्बुलेंस चलाने के लिए 1,600 करोड़ रुपये का ठेका दिया गया था, जबकि मामला हाई कोर्ट के समक्ष लंबित था और पीडीपीएल और सम्मान फाउंडेशन के एक कंसोर्टियम के खिलाफ कई प्रतिकूल ऑडिट रिपोर्टें थीं।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, इंडियन एक्सप्रेस ने अपने रिपोर्ट में बताया है कि पटना हाई कोर्ट के आदेश को दरकिनार रखकर, ऑडिट्स में अनियमितताओं के सामने आने और कई दस्तावेजों के लीक होने के बावजूद राज्य सरकार ने एक बार फिर से सूबे में एम्बुलेंस का 1600 करोड़ रुपए का ठेका जदयू सांसद के रिश्तेदारों द्वारा संचालित कंपनी को दे दिया है। रिपोर्ट के अनुसार ये कंपनी अगले 5 साल के लिए फिर से एम्बुलेंसों का प्रबंधन करेगी। साथ ही एक नया नियम जोड़ा गया है कि अगली बार फिर से 3 साल के लिए इस करार को आगे बढ़ाया जा सकता है। ‘डायल 102 इमरजेंसी सेवा’ के अंतर्गत बिहार में 2125 एम्बुलेंस हैं, जिनके प्रबंधन का कार्य पटना स्थित ‘पशुपतिनाथ डिस्ट्रीब्यूटर्स प्राइवेट लिमिटेड (PDPL)’ को दे दिया गया है। जहानाबाद के सांसद चंदेश्वर सिंह चंद्रवंशी के रिश्तेदार इसे चलाते हैं।
इस सेवा के तहत एम्बुलेंस मरीजों को अस्पताल ले जाते और ले आते हैं। गर्भवती महिलाओं और बच्चों से लेकर गंभीर रूप से बीमार मरीजों को मुफ्त में सरकार ये सेवा देती है। पीडीपीएल के निर्देशकों में जदयू सांसद के बेटे सुनील कुमार भी हैं। सुनील कुमार की पत्नी नेहा रानी, सांसद के एक और बेटे जितेंद्र कुमार की पत्नी मोनालिसा और सांसद के साले प्रसाद निराला भी कंपनी के संचालकों में शामिल हैं। 2017 में भी इसी कंपनी और ‘सम्मान फाउंडेशन’ को 650 एम्बुलेंसों के प्रबंधन के लिए 400 करोड़ रुपए का करार मिला था।