बिहार से रूठा मानसून, जून में सिर्फ 28 फीसदी बारिश, जानें मौसम विभाग का पूर्वानुमान
बिहार में माॅनसून की बेरुखी जारी है. कुछ एक जगहों को छोड़ कर पूरे राज्य में कहीं भी माॅनसून का असर नहीं दिख रहा है. मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से शुक्रवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार राज्य में अब तक मात्र 29.9 एमएम ही औसत बारिश रिकॉर्ड की गयी है, जबकि 23 जून तक पूरे राज्य में 106.4 एमएम बारिश का औसत रहा है.
इस हिसाब से अब तक मात्र 28 फीसदी ही बारिश हुई है, जो पूरे राज्य के औसत से 72 फीसदी कम है. वहीं, सबसे अधिक वर्षा की बात करें तो पूरे राज्य में अब तक किशनगंज के दीघल बैंक प्रखंड में सबसे 174.5 एमएम रिकॉर्ड किया गया है.
कुछ एक स्थानों पर भारी बारिश का अनुमान
माैसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के अगले 48 घंटों में राज्य में आंशिक रूप से बादल छाये रहने के आसार हैं. अधिकांश जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. वहीं, किशनगंज, मधुबनी, सीतामढ़ी, सुपौल और पश्चिमी चंपारण के एक-दो स्थानों पर भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया गया है. पटना रोहतास, गया, पूर्वी-चंपारण, मुजफ्फरपुर, औरंगाबाद, शिवहर और सीतामढ़ी जिलों के कुछ स्थानों पर मेघगर्जन के साथ वज्रपात होने की संभावना व्यक्त की गयी है.
किसान चिंतित, मोटर पंप के सहारे बिचड़ा को जिंदा रखे हुए
मौसम की बेरुखी को देखते हुए किसानों का कहना है कि यदि बारिश नहीं हुई तो खेती पिछड़ जाएगी खेती पिछड़ने की स्थिति में फसल की पैदावार भी बेहतर नहीं मिलेगी. दर्जनों किसानों ने खेतों में धान का बिचड़ा डाल दिया हैं और मोटर पंप के सहारे बिचड़े को बचाने में जुटे हुए हैं. लेकिन अब समय पर मॉनसून की बारिश नहीं हुई तो रोपनी कैसे हो सकेगी. मानसून की बारिश नही होने की स्थिति में समय से बिचड़े तैयार नहीं होने के कारण रोपनी का कार्य समय से नहीं हो पाने की किसानों को फिक्र सताए जा रही है. हालांकि किसान बोरिंग चलाकर बिचड़ों को बचाने में और धान की रोपनी के कार्य में जुटे हुए हैं.