गिरिराज को याद आया माफिया अतीक-अशरफ का मर्डर सीन: पटना में पत्रकारों से बोले-थोड़ा दूर रहिए, प्रयागराज में कांड हो चुका है
पटना में शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को मीडिया कर्मियों ने घेर लिया। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि प्रयागराज में कांड हो चुका है भाई। थोड़ा दूर रहिए।
बागेश्वर धाम के पीठाधीश धीरेन्द्र शास्त्री 13 मई को पटना आ रहे हैं। पटना के तरेत पाली में 18 मई तक उनका कार्यक्रम है। 15 मई को दिव्य दरबार का भी आयोजन किया गया है। शुक्रवार को आयोजन स्थल का जायजा लेने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह पहुंचे थे। इसी दौरान उन्होंने ये बात कही।
इसलिए गिरिराज को याद आया प्रयागराज कांड:
माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल की रात प्रयागराज में हत्या कर दी गई थी। पुलिस दोनों को मेडिकल टेस्ट के लिए अस्पताल ले जा रही थी। पत्रकार साथ-साथ चलते हुए अतीक और अशरफ से सवाल कर रहे थे। इसी बीच पत्रकार के वेश में आए तीन हमलावरों ने पुलिस का सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए अतीक के सिर में गोली मार दी। फिर अशरफ पर फायरिंग की। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई थी।
मीडियाकर्मी बनकर आए तीन अपराधियों लवलेश तिवारी, सनी और अरुण मौर्य ने 16 सेकेंड में ही 10 राउंड फायरिंग की। पहली गोली चलाने के बाद वे लगातार पिस्टल का ट्रिगर दबाते रहे।
तेजप्रताप और उनकी सेना को दिया जवाब
बागेश्वर सरकार के बिहार आने से पहले सियासी घमासान मचा हुआ है। तेजप्रताप और राजद नेताओं के बयान के बाद बीजेपी ने मोर्चा संभाल लिया है। केंद्रीय गिरिराज सिंह ने नीतीश सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि गांधी मैदान में बागेश्वर सरकार को सनातन धर्म के प्रचार की इजाजत नहीं दी गई।
ईद के दिन मजमा लगता है और नमाज के बाद पीएम मोदी को गाली दिलवाई जाती है। नीतीश सरकार तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है।
पत्रकारों ने जब गिरिराज सिंह से पूछा कि मंत्री तेजप्रताप यादव बागेश्वर सरकार के विरोध के लिए अपने संगठन DSS के युवाओं को ट्रेनिंग दे रहे हैं। इस पर गिरिराज सिंह बिना तेजप्रताप का नाम लिए कहा कि जिस दिन हनुमान की सेना जागेगी, उस दिन सारी सेना चुप हो जाएगी।
ये सब धमकी कोई ना दे। राभक्त की सेना विरोध का सामना करेगी। राम की तपस्या की भूमि तरेत पाली से विरोध करने वाले ताड़का सुर का नाश हो जाएगा।
केंद्रीय मंत्री शुक्रवार को नौबतपुर के तरेत गांव पहुंचे थे। केंद्रीय मंत्री के पहुंचते ही गांव के लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया। गाड़ी से उतरने के बाद वे मोटरसाइकिल से राघवेंद्र सरकार मठ पहुंचे। वहां उन्होंने मठ के अंदर राम जानकी मंदिर में दंडवत प्रणाम कर महंत सुदर्शनाचार्य से मुलाकात की एवं उनका आशीर्वाद लिया। सुदर्शनाचार्य जी ने उन्हें भगवत गीता देकर उनको सम्मानित किया।