68वीं BPSC प्रारंभिक परीक्षा: पहली बार निगेटिव मार्किंग था, सभी श्रेणियों के कटऑफ में भारी कमी
68वीं संयुक्त बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा में 3590 अभ्यर्थी सफल हुए हैं। बीपीएससी के सचिव सह परीक्षा नियंत्रक रवि भूषण ने सोमवार को रिजल्ट जारी करते हुए बताया कि सफल अभ्यर्थियों में अनारक्षित श्रेणी में 1631, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग 331, एससी 487, एसटी 52, अत्यंत पिछड़ा वर्ग 499, पिछड़ा वर्ग 527 और पिछड़े वर्ग की महिला 63 शामिल हैं।
324 पदों के लिए 12 फरवरी को विभिन्न जिलों के 806 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित इस परीक्षा में 2.98 लाख स्टूडेंट शामिल हुए थे। 12 मई को मुख्य परीक्षा निर्धारित है। इस परीक्षा में पहली बार निगेटिव मार्किंग का प्रावधान किया गया था। इस कारण सभी श्रेणी में कटऑफ 67वीं की तुलना में 20 से 26 अंक तक कम हो गए हैं।
67वीं बीपीएससी की तुलना में 20 से 26 अंक कम हुए
इस बार इस तरह रहा कटऑफ | अनारक्षित वर्ग 91, अनारक्षित (महिला) 84, ईडब्ल्यूएस 87.25, ईडब्ल्यूएस (महिला) 81.25, एससी 79.25, एससी (महिला) 66.50, एसटी 74, एसटी (महिला) 65.75, ईबीसी 86.50, ईबीसी (महिला) 76.75, बीसी 87.75, बीसी (महिला) 80, बीसीएल 78.75, स्वतंत्रता सेनानियों के पौत्र-पौत्रियां 80.75
67वीं बीपीएससी पीटी का कटऑफ
- अनारक्षित वर्ग का कटऑफ 113
- अनारक्षित (महिला) 109
- ईडब्ल्यूएस 109
- ईडब्ल्यूएस (महिला) 105
- एससी 104
- एससी (महिला) 93
- एसटी 100
- एसटी (महिला) 96
- ईबीसी 109
- ईबीसी (महिला) 102
- बीसी 109
- बीसी (महिला) 105
- बीसीएल का कट ऑफ 103
- स्वतंत्रता सेनानियों के पौत्र-पौत्रियों का कटऑफ 103
मेंस: ऑप्शनल पेपर दो घंटे का
मुख्य परीक्षा में 100 अंकों का ऑप्शनल पेपर 3 नहीं बल्कि 2 घंटे का होगा। इसमें उत्तीर्णता अंक लाना अनिवार्य है। इसके अंक मेधा सूची में नहीं जुड़ेंगे। 300 अंकों के निबंध के लिए चार-चार प्रश्न के तीन खंड होंगे। प्रत्येक खंड 100-100 अंकों के होंगे। दो खंड यूपीएससी स्तर के होंगे, जबकि तीसरे खंड के निबंध बिहार से जुड़े होंगे। 12 मई को मुख्य परीक्षा निर्धारित है।