बिहारः ट्रेन आ रही थी, दो बच्चों समेत पटरी पर सो गई महिला; ऐसे बची जान
कहते हैं कि जिसको राखे साइयां, मार सके न कोए। जहानाबाद में यह कहावत एक बार फिर चरितार्थ हुई। पटना – गया रेलखंड के जहानाबाद कोर्ट हॉल्ट रेलवे क्रॉसिंग पर मंगलवार को अपराहन में उस वक्त अफरातफरी मच गई जब एक महिला अपने दो बच्चों के संग पारिवारिक कलह में ट्रेन से कटकर आत्महत्या करने की कोशिश की। वह रेलवे ट्रैक पर लेट गई लेकिन ऐन मौके पर वहां मौजूद कई लोगों ने तत्परता के साथ सूझबूझ का परिचय देते हुए चंद मिनट के लिए ट्रेन को रुकवाया और महिला को रेलवे ट्रैक से हटाकर उसके और उसके बच्चों की जान बचायी। इस घटना से रेलवे क्रॉसिंग पर कुछ देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार इरकी के आस-पास के गांव की निवासी एक महिला का उसके परिवार में झगड़ा हुआ था और उसी कारण वह गुस्से में अपने दो बच्चों के साथ घर से निकल गई। ट्रेन से कटकर बच्चों संग आत्महत्या करने के लिए वह कोर्ट हॉल्ट से सटे दक्षिण रेलवे क्रॉसिंग के पास थी। अपराहन में अप लाइन पर पटना से गया जा रही एक पैसेंजर ट्रेन जहानाबाद कोर्ट हॉल्ट पर रुकी थी।
जैसे ही ट्रेन स्टार्ट हुई उसी वक्त महिला अपने बच्चों से रेलवे ट्रैक पर लेट गई। इस दृश्य को देखकर आसपास के कुछ लोग दौड़े और सबसे पहले गुमटी मैन को इसकी सूचना दी। इसके बाद स्थिति को भांपते हुए ट्रेन के ड्राइवर ने गाड़ी को चंद मिनट के लिए रोक दिया। तब तक लोग उक्त महिला और उसके बच्चे को रेलवे ट्रैक से हटाया। वह महिला मानने को तैयार नहीं थी, लेकिन मशक्कत के बाद उसे ट्रैक से हटाया गया। वहां पर लोगों का मजमा लग गया। ट्रेन के गुजर जाने के काफी देर तक महिला को लोग समझा रहे थे।
मिली जानकारी के अनुसार, जान देने पर उतारू महिला जहानाबाद की रहने वाली है। जिसका गांव ढोरहारी बिगहा है। पति का नाम राजबल्लभ यादव है। नाम और पता तो बाद की चीज है, मगर अच्छी बात यह है कि कुछ लोगों की वजह से आज तीन जिंदगी बच गई। यह घटना लोगों के लिए मिसाल भी है और लोगों को संदेश भी देती है कि तमाशबीन बने रहने से अच्छा है कि पहल करके घटना को टाला जाए।