NMCH से 6 फर्जी नर्स और 5 पारा मेडिकल स्टाफ अवैध रूप से ड्यूटी करते पकड़े गए, माफीनामा लिखवाकर सभी को छोड़ा
पटना के दूसरे सबसे बड़े अस्पतालों में शुमार नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में फर्जी नर्सों की बहाली का बड़े पैमाने पर गोरखधंधा चल रहा है। ऐसे ही फर्जी रूप से अस्पताल में काम कर रही आधा दर्जन से अधिक युवक एवं युवतियों को सुरक्षा ऑफिसर ने गुरुवार को पकड़ लिया। सबसे बड़े आश्चर्य की बात तो यह है कि उस फर्जी नर्स को सिक्योरिटी ऑफिसर ने लिखित माफीनामा लेकर उसे छोड़ दिया। इस बात की चर्चा पूरे अस्पताल में आग की तरह फैल गई।
हालांकि अस्पताल प्रशासन ने इस मामले में अपनी अनभिज्ञता जताई है। नालंदा मेडिकल कॉलेज के कुछ नर्सिंग स्टाफ ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि यहां अस्पताल के अंदर कई नर्सिंग स्टाफ ऐसे हैं जिन की बहाली अवैध रूप से हुई है। जिनके पास नर्सिंग का कोई प्रमाण पत्र नहीं है। उन्होंने यह दावा किया है कि अगर नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सभी नर्सिंग स्टाफ की डिग्रियों की जांच की जाए तो एक बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर हो सकता है।
बताते चलें कि गुरुवार को नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सिक्योरिटी ऑफिसर नरेंद्र कुमार ने वहां नर्सिंग के रूप में काम कर रही एक नर्स को शक के आधार पर पकड़ लिया। इसके बाद स्पेशल टीम ने जब वहां काम कर रहे हैं कुछ लड़के एवं लड़कियों को शक के आधार पर पकड़ा और पूछताछ की तो पूछताछ के बाद यह बात सामने आई थी सृष्टि कुमारी भागलपुर की रहने वाली नर्स साथ-साथ कई लड़के एवं लड़कियां वहां अवैध रूप से नर्सिंग स्टाफ के रूप में काम कर रही थी। बताया जा रहा है कि सृष्टि कुमारी सहित सभी को लिखित माफीनामा के बाद सिक्योरिटी ऑफिसर द्वारा उसे छोड़ दिया गया।
बताते चलें कि अभी कुछ दिन पूर्व गलत सूई देने की वजह से रेखा नाम की लड़की को अपना हाथ गंवाना पड़ा था। इतना ही नहीं स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने भी स्वास्थ्य व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त करने की सख्त हिदायत दी थी। इसके बावजूद भी अस्पतालों में इस तरह की लापरवाही कभी भी किसी बड़े हादसे को दावत दे सकती है।