बेगूसराय गो’लीकांड: पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ रहे सनकी अपराधी, फॉरेंसिक टीम ने बरामद किए कारतूस के खोखे
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बेगूसराय में एनएच-28 व एनएच-31 पर बीते 13 सितंबर की शाम हुई सीरियल फायरिंग व किलिंग की घटना का सुराख ढूंढने में पुलिस लगातार जुटी हुई है लेकिन अब तक पुलिस को कोई खास सफलता हाथ नहीं लगी है। घटना के दो दिनों बाद गुरुवार को पटना से पहुंची फॉरेंसिक टीम ने नेशनल हाईवे पर घटना स्थलों की छानबीन की। जांच के दौरान फॉरेंसिक टीम को बरौनी बगराहा डीह कार्बन फैक्ट्री के पास पॉइंट 9 एमएम की दो गोलियों के खोखे मिले हैं।
गोली लगने से इसी जगह हुई थी युवक की मौत
बताया जा रहा है कि फॉरेंसिक टीम ने जिस जगह से कारतूस के खोखे बरामद किये हैं, यह वही जगह है जहां बाइक सवार बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग की थी और गोली लगने से बरौनी के हाजीपुर निवासी 30 वर्षीय चंदन कुमार की मौत हो गई थी। सूत्रों के मुताबिक खोखे मिलने से पुलिस को महत्वपूर्ण जानकारियां हाथ लग सकती हैं। बताया जा रहा है कि घटना के बाद यहां स्थानीय पुलिस ने भी जांच की थी लेकिन तब खोखे नहीं मिले थे।
खोखे से मिलेगी हथियार की जानकारी
घटना के दो दिनों बाद जांच में फॉरेंसिक टीम को गोलियों के खोखे मिलने से फिलहाल इस बात का पता चल सकेगा कि बदमाशों ने किस हथियार से सीरियल फायरिंग की घटना को अंजाम दिया था। फॉरेंसिक टीम ने बछवाड़ा थाना क्षेत्र के गोधना गांव के समीप एनएच- 28 पर उस जगह से गोलीकांड की जांच शुरू की, जहां से बाइक सवार बदमाशों ने सीरियल फायरिंग शुरू की थी।
टीम ने फायरिंग के दो अलग-अलग स्पॉटों के बीच की दूरी की मैपिंग की। इस जगह करीब 100 मीटर की दूरी पर दो घटना स्थलों को चिन्हित किया गया। इसके साथ ही टीम ने एनएच- 28 पर तेघड़ा व बरौनी तथा एनएच- 31 के चकिया ओपी क्षेत्र स्थित घटनास्थलों की गहन जांच की।
स्थानीयों ने लगाया पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप
स्थानीय लोगों ने रोष जताते हुए बताया कि शराब और बालू कारोबार में पुलिस कर्मियों की सक्रियता रहती है, लेकिन स्थानीय बाजार में या एनएच पर छोटे बड़े अपराध को रोकने में पुलिस निष्क्रिय बनी रहती है। तीन सप्ताह पहले भी एनएच 28 पर मोती चौक के समीप आधारपुर निवासी सीतेश कुमार की बाइक सवार बदमाशों ने गोलीमारकर हत्या कर दी थी।
इस मामले में पुलिस को अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। जनजागरण अभियान मंच के लोगों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि अपराधी तीस किलोमीटर तक बेखौफ फायरिंग करते हुए निकल गया और कहीं किसी चौक चौराहे पर पुलिस नजर नहीं आयी इससे पुलिस की कार्रवाई पर शक होता है।