बिहार: आधी रात को AK-47 की तड़तड़ाहट से थर्राया सिवान, निर्दलीय MLC उम्मीदवार रईस खान पर हमला, एक शख्स की मौत
बिहार के सिवान में निर्दलीय एमएलसी के उम्मीदवार रईस खान के काफिले पर सोमवार की रात बदमाशों ने एके-47 से जानलेवा हमला कर दिया. इस हमले में रईस खान बाल-बाल बच गया. यह घटना रात करीब 11 बजे के आसपास की है जब एमएलसी उम्मीदवार रईस खान शहर के पुरानी किला अपने कार्यालय से वापस गांव ग्यासपुर जा रहा था. इसी दौरान एके-47 से उसके काफिले पर फायरिंग हो गई.
रईस खान पर एके-47 से हमला करने वाले बदमाश चार से पांच की संख्या में थे. हुसैनगंज के महुवल गांव में इस वारदात को बदमाशों ने अंजाम दिया. जब बदमाशों ने रईस खान के काफिले पर हमला किया तो उनके पीछे एक बोलेरो गाड़ी थी जिसमें कुछ बाराती सवार थे. बदमाशों को यह लगा कि बोलेरो गाड़ी भी रईस खान के साथ है. बस उस बोलेरो पर भी अंधाधुंध फायरिंग कर दी गई.
बोलेरो में 30 वर्षीय विनोद यादव को कई हिस्से में गोली लगी और घटनास्थल पर ही मौत हो गई. घटना में बारातियों की तरफ से दो लोग घायल हैं. रईस खान के दो लोग भी घायल हुए हैं. इनमें तैयब अली उर्फ बबलू खान और फूलन शामिल है. घायलों का इलाज चल रहा है, लेकिन बबलू की स्थिति नाजुक बनी है.
रईस खान ने किया घटना का खुलासा
एमएलसी उम्मीदवार रईस खान ने कहा कि चार-पांच 47 से एक साथ हमला किया गया. किसी तरह वो बाल-बाल बचा है, लेकिन उसके भाई को गोली लगी है और गांव के एक निर्दोष लड़के की मौत हो गई है. वहीं रईस खान ने कहा कि डीएम के बोलने के बाद भी हमें चुनाव में गार्ड नहीं दिया गया. घटनास्थल पर एके-47 की भारी मात्रा में गोलियां सड़क पर गिरी हैं. मुझे अभी भी खतरा है.
हालांकि रात में जैसे ही रईस खान के समर्थकों को इस बड़ी घटना की जानकारी मिली तो वो लोग दौड़े-दौड़े अपने नेता का हाल जानने पहुंचे. घटना की जानकारी मिलते ही सिवान के पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार सिन्हा नर्सिंग होम पहुंचे और घायलों से मिलकर घटना की जानकारी ली. एसपी शैलेश कुमार सिन्हा ने बताया कि घटना की जांच हो रही है.
सिवान में शहाबुद्दीन की मौत के बाद से खान ब्रदर्स सबसे चर्चित अपराधी हैं. कुछ महीनों पहले ही 3 युवकों के अपहरण केस में इनका नाम आया था. खान ब्रदर्स में से एक अयूब खान को एसटीएफ ने बिहार-बंगाल की सीमा पर पूर्णिया जिले से गिरफ्तार किया था. अयूब के पिता कमरूल रघुनाथपुर से चुनाव लड़ चुके हैं. 2005 में प्रत्याशी रहने के दौरान उनकी किडनैपिंग का आरोप शहाबुद्दीन गैंग पर लगा था.
जेडीयू के पूर्व विधायक बोले- हिसाब लिया जाएगा
सिवान के जेडीयू के पूर्व विधायक श्याम बहादुर सिंह ने कहा कि इस घटना का हिसाब लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि हमारा भाई रईस खान किसी तरह बच गया इसलिए अब हिसाब तो जरूर दिया जाएगा. आपको बता दें कि इस घटना के बाद से सिवान के लोगों में दहशत का माहौल कायम हो गया है. लोगों को यह लग रहा है कि यह चुनावी रंजिश कहीं और लोगों की जान ना ले ले.