नववर्ष में विकास की नई सौगात, स्वास्थ्य से लेकर सड़क-पुल तक बदलेगी तस्वीर; समग्र विकास की ओर बढ़ता समस्तीपुर जिला

समस्तीपुर : नववर्ष के आगमन के साथ ही जिले को विकास की कई बड़ी सौगातें मिलने जा रही हैं। वर्ष 2026 तक जिले के स्वास्थ्य, सड़क और पुल निर्माण से जुड़ी कई महत्वाकांक्षी योजनाएं धरातल पर उतरेंगी, जिससे न सिर्फ बुनियादी सुविधाएं मजबूत होंगी, बल्कि आम लोगों को रोजमर्रा की परेशानियों से भी राहत मिलेगी। इस नये वर्ष में जिले को स्वास्थ्य सेवाओं के रूप में जिले को मजबूती मिलेगी। स्वास्थ्य, सड़क और पुल जैसी बुनियादी सुविधाओं में हो रहा यह निवेश समस्तीपुर के समग्र विकास की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है। आने वाले वर्षों में इन योजनाओं के पूरा होने से न सिर्फ जिले की तस्वीर बदलेगी, बल्कि आर्थिक गतिविधियों, रोजगार के अवसरों और लोगों के जीवन स्तर में भी उल्लेखनीय सुधार देखने को मिलेगा।
सदर अस्पताल परिसर में नववर्ष के मौके पर 100 बेड का एमसीएच भवन का उद्घाटन होना है। वहीं निर्माणाधीन मॉडल अस्पताल का कार्य भी तेजी से प्रगति पर है। अधिकारियों के अनुसार इसका निर्माण कार्य वर्ष 2026 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है। इस अत्याधुनिक मॉडल अस्पताल के शुरू होने से जिले के मरीजों को बेहतर इलाज, आधुनिक उपकरण और विशेषज्ञ डॉक्टरों की सेवाएं स्थानीय स्तर पर ही उपलब्ध हो सकेंगी। इसका निर्माण सवा लाख वर्ग फीट में हो रहा है। माॅडल अस्पताल में एक ही भवन के अंदर इमरजेंसी से लेकर रजिस्ट्रेशन, ओपीडी तक की सुविधा होगी। इसमें सभी प्रकार के जांच एक्स-रे, पैथोलॉजी, सीटी-स्कैन, अल्ट्रासाउंड समेत अन्य सुविधाएं उपलब्ध रहेगी। मरीज को एक बार अंदर आने पर किसी चीज के लिये बाहर जाने की आवश्यकता नहीं होगी।

इसके साथ ही नये वर्ष में सदर अस्पताल परिसर में ही एमसीएच भवन के सामनें पुराने भवन को तोड़कर क्रिटिकल केयर यूनिट (सीसीयू) के निर्माण कार्य की शुरुआत की जाएगी। सीसीयू के चालू होने से गंभीर रूप से बीमार मरीजों को समय पर उन्नत इलाज मिल सकेगा और उन्हें पटना या अन्य बड़े शहरों की ओर रेफर करने की मजबूरी कम होगी। 100 बेड के ब्लॉक में ऑक्सीजन स्पोर्टेड बेड, वेंटिलेटर, बीपी, पल्स, मॉनिटर समेत जीवन रक्षक उपकरण मशीनें लगी होंगी। इसके अलावे अनुमंडलीय अस्पताल रोसड़ा, दलसिंहसराय व पूसा में भी बनेगा 50 बेड का सीसीयू बनेगा।

सड़क और आरओबी से बदलेगा यातायात का स्वरूप :
यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाने की दिशा में भी कई अहम कदम उठाए जा रहे हैं। ताजपुर – बख्तियारपुर फोरलेन परियोजना के तहत ताजपुर से चकलालशाही तक नये वर्ष में फोरलेन की शुरुआत होने की संभावना है। ताजपुर – बख्तियारपुर फोरलेन, आमस-दरभंगा फोरलेन के पूरी तरह से शुरू होने पर औद्योगिक और व्यावसायिक गतिविधियों को रफ्तार मिलेगी और लोगों का सफर आसान होगा। वहीं शहर के व्यस्त इलाकों में जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए भोला टॉकीज गुमटी पर आरओबी का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। इसके बन जाने से रेल फाटक बंद रहने के कारण लगने वाले लंबे जाम से लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।

बूढ़ी गंडक पर आधुनिक पुल, जाम से मिलेगी राहत :
बूढ़ी गंडक नदी पर मथुरापुर घाट और मगरदही घाट के लचका पुल को तोड़कर आधुनिक तकनीक से नया पुल बनाए जाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। इस पूरी परियोजना पर करीब 58.6 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। निर्माण एजेंसी को 24 महीने में कार्य पूरा करने का लक्ष्य दिया गया है। नये पुल के साथ-साथ 2.05 किलोमीटर लंबी फोरलेन सड़क का भी निर्माण किया जाएगा, जो मथुरापुर घाट से मुक्तापुर गुमटी तक बनेगी। सड़क की दोनों ओर 7-7 मीटर चौड़ी लेन होंगी और जलजमाव से बचाव के लिए सड़क किनारे नाला निर्माण भी किया जाएगा। प्रस्तावित नया पुल करीब 200 मीटर लंबा और 8 मीटर चौड़ा होगा। इस परियोजना के पूरा होने से मथुरापुर घाट और बाजार समिति क्षेत्र में लगने वाले भीषण जाम से लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। खासकर दरभंगा जाने वाले यात्रियों के लिए यह सड़क-पुल परियोजना किसी वरदान से कम नहीं होगी। वहीं मुक्तापुर मोईन को भी ईको टूरिज्म के तौर पर विकसित करने का काम नये वर्ष में शुरू होने की संभावना है।




