बांका में बनेगा फिल्म सिटी! ओढ़नी डैम होगा शूटिंग हॉटस्पॉट, नीतू चंद्रा ने किया साइट इंस्पेक्शन

फिल्म प्रोडक्शन और शूटिंग के नए ठिकाने की तलाश कर रही बिहार सरकार ने बांका जिले को गंभीरता से रडार पर ले लिया है. कला एवं संस्कृति विभाग की टीम गुरुवार को पटना से बांका पहुंची, जहां फिल्म सिटी निर्माण के लिए जमीन और प्राकृतिक लोकेशन का विस्तृत निरीक्षण किया गया. टीम में विभाग के सचिव प्रणव कुमार, डीएम नवदीप शुक्ला और बॉलीवुड की जानी-मानी अदाकारा नीतू चंद्रा भी मौजूद रहीं. आगमन के साथ ही बांका, कटोरिया और बाँसी में एक नई फिल्म इंडस्ट्री के सपनों ने आकार लेना शुरू कर दिया है.
ओढ़नी जलाशय, मंदार पर्वत बने पहली पसंद
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों और कलाकारों की टीम ने ओढ़नी जलाशय और उसके आसपास के पहाड़ी भूभागों का जायजा लिया. टीम ने इलाके की भौगोलिक स्थिति, पहुंच मार्ग, प्राकृतिक दृश्य, शूटिंग फ्रेम और भविष्य की संरचनाओं की संभावनाओं का गहन अध्ययन किया. प्रारंभिक रिपोर्ट में क्षेत्र को फिल्म सिटी के लिहाज से उपयुक्त बताया जा रहा है.

डीएम नवदीप शुक्ला ने स्पष्ट किया कि बांका में फिल्म सिटी स्थापित करने की वास्तविक संभावनाएं दिखाई दे रही हैं. जिला प्रशासन ने पहले ही कटोरिया और बाँसी के वैकल्पिक स्थलों का प्रस्ताव भेजा था और अब कला संस्कृति विभाग की टीम भी इसे लेकर उत्साहित नजर आई.
पर्यटन, रोजगार और स्थानीय कलाकारों के लिए खुलेंगे बड़े अवसर
फिल्म सिटी बनने के बाद बांका सिर्फ धार्मिक पर्यटन का केंद्र नहीं रहेगा, बल्कि शूटिंग और फिल्म उत्पादन का प्रमुख हब भी बन सकता है. मंदार पर्वत, ओढ़नी डैम, हनुमाना डैम, झरना पहाड़, चांदन डैम और जेठौरनाथ मंदिर जैसे स्थलों का प्राकृतिक सौंदर्य फिल्मों के लिए उत्कृष्ट पृष्ठभूमि दे सकता है.

कला संस्कृति विभाग के अधिकारियों का मानना है कि फिल्म डायरेक्टरों को कम लागत पर संसाधन उपलब्ध कराने की तैयारी की जा रही है, ताकि बड़े फिल्म निर्माताओं को भी यहां शूटिंग के लिए प्रेरित किया जा सके. इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, जिला आर्थिक रूप से मजबूत होगा और स्थानीय युवाओं व कलाकारों के लिए नए रोजगार के अवसर खुलेंगे.
बांका पहले से ही पर्यटन के लिए तैयार शहर
ओढ़नी डैम में बोटिंग और वाटर एडवेंचर की सुविधा पहले से मौजूद है. डैम के बीच स्थित टापू पर सात करोड़ की लागत से रिसॉर्ट बन चुका है, जिसमें कॉटेज, रेस्टोरेंट और कैफेटेरिया उपलब्ध हैं. मंदार पर्वत पर रोप-वे सुविधा पहले से ही पर्यटकों को आकर्षित करती है. यानी आधारभूत संरचना पहले ही मजबूत हो चुकी है और फिल्म सिटी बस इस सेटअप को एक बड़े ब्रांड में बदल देगी.





