बिहार: कूद जाऊंगा, फांद जाऊंगा… विकास के लिए मोबाइल टावर पर चढ़ गए नेताजी, बोले- मान लो मेरी बात, नहीं तो…
बिहार के बक्सर में एक युवक अचानक ही फ़िल्मी अंदाज में मोबाइल टावर पर जा चढ़ा और कूद जाऊंगा, फांद जाऊंगा, दे दूंगा जान कह कर हंगामा करने लगा। ऐसा नजारा देख मौके पर मौजूद हर कोई हैरान था। इस दौरान कई लोगों ने तो उसे नीचे वापस आ जाने की गुहार भी लगाई लेकिन वो किसी की बात मानने को तैयार नहीं था।
जानकारी मिल रही है कि यह युवक बक्सर नगर परिषद का पूर्व वार्ड पार्षद है। जो कि वार्ड इलाके में जलजमाव समस्याओं का निदान नही होने और वार्ड में अतिक्रमण कर रखे एक गुमटी हटाने की मांग को लेकर मोबाइल टावर पर चढ़ गया और कूद कर जान देने की धमकी देने लगा।
सुबह नौ बजे मोबाइल टावर पर चढ़ गए वार्ड पार्षद
वार्ड पार्षद नन्हेलाल का कार्यकाल कुछ ही दिनों पहले खत्म हो गया है। हालांकि नगर परिषद का चुनाव अब तक नहीं होने के कारण इलाके के लोग अपनी समस्या लेकर उनके पास ही पहुंचते हैं। नन्हेलाल शुक्रवार की सुबह करीब सवा नौ बजे मुहल्ले के एक ऊंचे मोबाइल टावर पर चढ़ गए। उनका कहना था कि तीन साल से वे इलाके में जलजमाव दूर करने के लिए नगर परिषद के अफसरों से गुहार लगाते थक गए हैं। बावजूद इसके कोई उनकी बात सुनने को तैयार नहीं है। इधर, वार्ड पार्षद के टावर पर चढ़ने की खबर मिलते ही देखने के लिए तमाशबीनों की भीड़ जुट गई।
तीन घंटे के बाद टावर से उतरे नेताजी
इधर, वार्ड पार्षद को समझा बुझा कर टावर से नीचे उतारने के लिए नगर परिषद के सिटी मैनेजर असगर अली, उप मुख्य पार्षद इंद्रजीत प्रताप सिंह उर्फ बबन सिंह और नगर थाने के पुलिस अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे। काफी समझाने के बाद वार्ड पार्षद नन्हेलाल दोपहर सवा 12 बजे के करीब टावर से नीचे उतरे। नगर परिषद के अफसर ने आश्वासन दिया कि अगले तीन दिनों में जलजमाव की समस्या का कुछ निदान निकाल लिया जाएगा।
वार्ड पार्षद नन्हेलाल ने फिर से चेताया
वार्ड संख्या 20 के पार्षद नन्हेलाल ने कहा कि साढ़े तीन साल वे अपने इलाके की सड़क पर जलजमाव खत्म करने और इसका पुनर्निर्माण कराने की मांग करते रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनके इलाके में एक सड़क पथ निर्माण विभाग से जबकि दूसरी सड़क सात निश्चय योजना में बनाई जानी है। इसके लिए टेंडर हो गया है, लेकिन काम शुरू नहीं हो रहा है। इस बारे में कई बार गुहार लगाने के बाद भी सिटी मैनेजर और कार्यपालक अधिकारी ने कोई एक्शन नहीं लिया। उन्होंने कहा कि अगर आश्वासन पर जल्दी काम नहीं होता है, तो फिर से ऐसा कदम उठा सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर तीन घंटे में उनको आश्वासन नहीं दिया गया होता, तो वे टावर पर से कूदने के लिए तैयार थे।